दिल्ली से मसनसून को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा बुधवार को अपने बुलेटिन में कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान केरल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मानसून के आने की उम्मीद है। इस घटनाक्रम से बुधवार से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में प्रचलित गर्मी की लहर की स्थिति में भी राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी भविष्वाणी की हे की उत्तर और पच्शिम इलाको में अधिकतम तापमान में 3 -4 डिग्री सेल्सियस गिरावट होगी।
आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के दक्षिण अरब सागर के कुछ हिस्सों और मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्सों, लक्षद्वीप क्षेत्र के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों और इसी अवधि के दौरान उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होने की उम्मीद है।
आईएमडी के अनुसार, केरल में सामान्य मानसून की शुरुआत 1 जून को होती है। पिछले साल मानसून की शुरुआत एक सप्ताह की देरी से 8 जून को हुई थी। और उसके बाद यह उत्तर की ओर बढ़ता है और फिर 15 जुलाई के आसपास देश के बाकी हिस्सों में पहुंचता था। मानसून आमतौर पर 5 जून के आसपास पूर्वोत्तर भारत में आगे बढ़ता है। लेकिन, कुछ वर्षों के दौरान जब मानसून की बंगाल की खाड़ी सक्रिय होती है, तो मानसून उसी समय पूर्वोत्तर भारत में आगे बढ़ता है।
इस माह के अंतिम सप्ताह कि शुरूआत में कई एसे जिले है। जहां पर येलो अलर्ट को जारी किया गया था। येलो अलर्ट आधिकतम सात जिलों में लगाया गया था। तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलप्पुझा, इडुक्की, कोट्टायम और एर्नाकुलम के साथ ऐसे कहीं राज्य है जहां पर येलो अलर्ट को जारी किया गया था। मौसम विभाग के द्वारा ऐसे अलग-अलग जिलों में भारी बारीश होने कि भविष्यवाणी कि गई गयी है।