इंदौर को सोलर और डिजिटल सिटी बनाने की दिशा में होगा काम, बैठक में लिए गए ये महत्वपूर्ण निर्णय

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इंदौर। सिटी लेवल एडवाइज़री फ़ोरम की आज इंदौर स्मार्ट सिटी कार्यालय पर बैठक आयोजित की गई जिसमें के डेवलपमेंट को लेकर भविष्य में किए जाने वाले प्रॉजेक्ट पर चर्चा के साथ सुझाव भी लिए गए। बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंन्दोला, आकाश विजयवर्गीय, कलेक्टर इलैयाराजा, निगम आयुक्त हर्षिका सिंह, अपर आयुक्त दिव्यांक सिह, अधीक्षण यंत्री डीआर लोघी व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम की बैठक में शहर के मध्य क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक धरोहर राजबाडा व गोपाल मंदिर के जीर्णोद्धार के पश्चात टूरिज्म की दृष्टि से उक्त क्षेत्र के विकास, शहर की जल प्रदाय व्यवस्था, सीवरेज सिस्टम प्रोजेक्ट, रिव्हरफ्रंट विकास, इंदौर का सोलर सीटी प्रोजेक्ट, शहर के वल्लभ नगर मार्केट, एमओजी लाईन व अन्य क्षेत्र के विकास, कार्बन क्रेेडिट के साथ ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत एमजी रोड पर निर्मित कला संकुल भवन के उपयोग व निर्माण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।

इस अवसर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा की सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम की बैठक में स्मार्ट सिटी के तहत जो अब तक काम हुए है उसका रिव्यू तथा राजवाड़ा एवं गोपाल मंदिर के जीर्णोद्धार के साथ ही राजवाडा और गोपाल मंदिर का प्रोमोशन कैसे हो, टूरिज़्म की दृष्टि से प्लान बनाने पर चर्चा की गई, साथ ही राजवाड़ा के आस पास ट्रेफिक की दृष्टि से भी प्लान बनाने की बात हुई है ताकि ट्रैफिक सुगमता से चले इसके लिए अच्छे सुझाव आए है इसको भी हम आगे बढ़ाने विचार किया गया।

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इसके साथ ही शहर के रिडेंसिफिकेशन को लेकर शहर के ऐसे स्थान जहां खेल मैदान की दृष्टि से विकास की दृष्टि से किए जा सकते है, ऐसे स्थानों को चिन्हित कर प्लान तैयार करने पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री के आव्हान पर शहर को सोलर सीटी बनाने के उददेश्य से शहर को किस प्रकार से सोलर सीटी बनाई जावे, इस कार्य में किस प्रकार शहरवासियो में जन-जागरूकता लाई जावे, इसके लिये भी बैठक में सुझाव प्राप्त हुए। इंदौर सोलर सिटी के साथ ही इंदौर शहर को डिजिटल सिटी बनाने तथा इंदौर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ बनाने और शहर में खेल मैदानों की व्यवस्था हो इसको लेकर भी सुझाव दिए गय।

शहर की जलप्रदाय व्यवस्था व सीवरेज सिस्टम के संबंध में शहर की जनसंख्या व क्षेत्रफल को लेकर आगामी भविष्य की मांग अनुसार कार्य करने व प्लानिंग तैयार करने पर भी चर्चा की गई, साथ ही आगामी ग्रीष्मकाल में किस प्रकार से शहर को जलप्रदाय व्यवस्था को सृदृढ बनाया जा सके, इस पर भी चर्चा की गई। शहर में ग्रीष्मकाल के दौरान टैंकर से शहर के 85 वार्डाे तक पानी पहुंचाया जावेगा, इसके लिये वॉटर टैंकर पर जीपीएस सिस्टम लगाये जायेगे, ताकि जलप्रदाय कार्य में संलग्न वॉटर टैंकर की मॉनिटरिंग की जा सके, इसकेलिये टेंडर भी आमंत्रित किये गये है।