डेरा बाबा नानक के दर्शन के लिए सीमा पर महिलाओं को रोका, परमिशन नहीं मिलने पर केवल गए पुरुष

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इंदौर, राजेश राठौर। पाकिस्तान सीमा के पास करतारपुर में स्थित डेरा बाबा नानक के दर्शन के लिए सिख समाज का एक दल अमृतसर पहुंचा। वहां जाने के बाद पता चला कि 9 महिलाओं को करतारपुर जाने की अनुमति नहीं मिली है। मजबूरन उन्हें वापस आना पड़ा। इस पूरे मामले की शिकायत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को की गई है। इंदौर का एक दल अमृतसर पहुंचा। जिसमें 18 महिला पुरुष थे। पति पत्नी को साथ में दर्शन करने थे, जिसके लिए 3 जून को आवेदन दिया था। 4 जुलाई को पता चला कि महिलाओं को अनुमति नहीं मिल रही है। दल ने काफी कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। तो मजबूरी में सिर्फ पुरुषों को ही जाना पड़ा।

गृह विभाग करतारपुर जाने के लिए ऑनलाइन आवेदन लेता है। जिसमें पासपोर्ट, आधार कार्ड, बैंक स्टेटमेंट सहित सारे डॉक्यूमेंट मांगे जाते हैं। करतारपुर जाने के लिए वीजा नहीं लगता। सिर्फ पाकिस्तान बॉर्डर पर फॉर्म भरना होता है। 10 जुलाई को इंदौर से गए दल जिसमें महेंद्र सिंह बेदी सहित अट्ठारह कपल थे। उनको पाकिस्तान बॉर्डर पर रोक दिया गया। सब के दस्तावेज चेक किए गए और कहा गया कि 9 में से एक भी महिला को करतारपुर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी।

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शेष नो पुरुष को अनुमति दी गई। अब वक्त पर गाड़ियों से महिलाओं को वापस अमृतसर रवाना किया गया और पुरुष दर्शन के लिए करतारपुर गए। इंदौर ऑफिस ने सबको अनुमति के लिए ओके कर दिया था, लेकिन ऐन वक्त पर दिल्ली से 9 महिलाओं की अनुमति नहीं मिली। सबकी टिकट बुक हो चुकी थी, होटल बुक थी, गाड़ियों की बुकिंग हो गई थी। सिख समाज के दल को यह बात नागवार गुजरी।

डेरा बाबा नानक के दर्शन के बाद वापस अमृतसर से यह दल इंदौर आ गया है। महेंद्र सिंह बेदी ने बताया कि इस मामले की शिकायत हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से की है।  पहले से आवेदन करने के बावजूद जब इंदौर ऑफिस में ओके कर दिया, तो ही दल अमृतसर तक पहुंचा, लेकिन पाकिस्तान बॉर्डर पर रोक दिया। वहां पर तमाम अफसरों के हाथ पैर जोड़े, लेकिन कुछ नहीं हुआ। महिलाओं में भी इस बात को लेकर काफी नाराजगी है।

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भविष्य में इंदौर से भी कोई सिख समाज का दल अमृतसर पहुंचेगा तो करतारपुर जाने के लिए ऐन वक्त पर यदि अनुमति सबको नहीं मिली, तो बाकी समाज के लोगों को वापस ना लौटना पड़े, इसकी लड़ाई समाज के लोग लड़ रहे हैं। जरूरी हुआ तो इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने भी सिख समाज का एक दल जाएगा। ऐन वक्त पर सीमा पर सिर्फ महिलाओं को अनुमति नहीं देना यह बात किसी को गले नहीं उतर रही, लेकिन ऐसा होने पर सब नाराज हैं, इसकी लड़ाई समाज के लोग आखरी अंजाम तक लड़ेंगे।