अगस्त महीने के पहले रविवार को ही क्यों मनाया जाता है फ्रेंडशिप डे? जानिए इतिहास?

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Happy Friendship Day: दोस्तों के साथ सबकुछ अच्छा लगता है और दोस्त ना हों तो सब बुरा लगता है। दोस्‍ती का रिश्‍ता जन्‍म से नहीं मिलता, इसे आप खुद बनाते हैं। लेकिन बनाया हुआ ये रिश्‍ता इतना खूबसूरत होता है कि इसे शब्‍दों में बयां कर पाना आसान नहीं है। दोस्त हमारी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा है। दोस्ती एक प्यारा सा बंधन है जो किसी रिश्ते में बंधा नहीं होता।

आज फ्रेंडशिप डे मनाया जा रहा है। फ्रेंडशिप डे यानी दोस्ती का दिन। यह दिन उन सभी के नाम है, जिनके पास दोस्त होते हैं। वैसे तो हर पल, हर दिन दोस्त के लिए है। लेकिन अगस्त के महीने को खास दोस्ती का महीना कहा जाता है। हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। दोस्त की वजह से ही आपकी जिंदगी आसान होती है।

कोई बाहरी व्यक्ति जब आपका सबसे बड़ा शुभचिंतक बन जाए, आपको सही और गलत के बारे में बताएं और आपके सुख दुख में आपका साथ दे, तो वह शख्स आपका सच्चा मित्र होता है। जब किसी से दिल की बातें कहकर लगता है जैसे हर गम हल्का हो गया है वह हमारा सच्चा दोस्त होता है। एक सच्‍चा दोस्‍त आपके सुख और दुख दोनों में आपके साथ भाई की तरह खड़ा होता है।

एक गुरू की तरह मार्गदर्शक होता है। भारत, मलेशिया, बांग्लादेश और यूएई अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाते है। आप जो बातें किसी से शेयर नहीं कर सकते, वो अपने दोस्‍त से कह सकते हैं। इसलिए कहा जाता है कि अगर आपको एक सच्‍चा दोस्‍त भी मिल गया है, तो समझिए कि आपने सचमुच में कुछ कमा लिया है। सबसे पहले साल 1958 के दौरान पारागुआ में इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे मनाने का प्रस्ताव पेश किया गया था।

जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने 30 जुलाई को फ्रेंडशिप डे मनाने के लिए चयनित किया गया था। हालाँकि आज भी दुनिया के कई देशों में 30 जुलाई को ही फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। लेकिन भारत, बांग्लादेश और अमेरिका जैसे देश अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाते हैं।