आज से शुरू हुई समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी, कलेक्टर ने किया केन्द्रों का निरीक्षण किया

Ayushi
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उज्जैन। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी आज 27 मार्च से जिले में प्रारम्भ हो गई है। खरीदी केन्द्रों पर की गई व्यवस्थाओं का निरीक्षण कलेक्टर आशीष सिंह ने उज्जैन एवं बड़नगर तहसील के विभिन्न केन्द्रों पर जाकर किया। उन्होंने खरीदी केन्द्रों पर अपनी उपज लेकर आये किसानों से चर्चा की तथा खरीदे जा रहे गेहूं की गुणवत्ता को लेकर खरीदी केन्द्र के प्रभारियों को दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने खरीदी केन्द्र प्रभारियों को कहा है कि वे खरीदे गये गेहूं की प्रॉपर स्टेकिंग करें।

साथ ही उन्होंने सभी केन्द्रों पर जमीन पर बोरी की थप्पी लगाने के पहले मोटी प्लास्टिक की शीट बिछाने के लिये कहा है। कलेक्टर ने उपायुक्त सहकारिता ओपी गुप्ता को निर्देशित किया है कि मोटी प्लास्टिक की तिरपाल के स्पेसिफिकेशन सभी खरीदी केन्द्रों में भेजकर प्लास्टिक की तिरपाल खरीदी जाये व खरीदी गई तिरपाल के फोटो आगामी 31 मार्च तक एकत्रित कर उन्हें भिजवाये जायें। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त सहकारिता ओपी गुप्ता, वेयर हाऊस के जिला प्रबंधक श्री मनीष वर्मा, नान के जिला प्रबंधक श्री योगेश सिंह मौजूद थे।

कलेक्टर सिंह ने आज उज्जैन जनपद के हासामपुरा एवं बड़नगर जनपद के चिकली खरीदी केन्द्र पर जाकर जायजा लिया। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात नायब तहसीलदार को निर्देश दिये हैं कि वे अपने अधीन सभी खरीदी केन्द्रों का निरन्तर निरीक्षण करें व यह देखें कि खरीदे हुए गेहूं की बोरियों की थप्पी ऊंचे स्थान पर लगाई जाये एवं उसकी सुरक्षा के लिये तिरपाल का उपयोग किया जाये।

कलेक्टर ने हासामपुरा में खरीदी केन्द्र पर गेहूं लेकर आये किसानों से चर्चा की। यहां पर ग्राम आकासोदा, गंगेड़ी, लेकोड़ा, हमीरखेड़ी, तालोद सहित आसपास की पांच सहकारी संस्थाओं के 25 ग्रामों का खरीदी केन्द्र बनाया गया है। कलेक्टर ने हासामपुरा के केन्द्र पर बिजली के स्थाई कनेक्शन करने के लिये खरीदी केन्द्र से ही अधीक्षण यंत्री को निर्देशित किया। कृषकों ने यहां चर्चा में बताया कि गत वर्ष से इस बार उपज 30 से 35 प्रतिशत कम बैठ रही है।

कलेक्टर इसके बाद बड़नगर तहसील के ग्राम चिकली में गये। यहां पर उन्होंने गेहूं के बोरों की थप्पी नीचले क्षेत्र में लगाया पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की तथा सेवा सहकारी संस्था के सचिव पदमसिंह को निर्देशित किया कि यदि लापरवाही से गेहूं खराब होता है तो इसकी वसूली सम्बन्धित सोसायटी से की जायेगी, इसलिये सावधानीपूर्वक गेहूं के बोरों की स्टेकिंग की जाये। कलेक्टर ने दोनों ही सेन्टर पर पीने के पानी एवं प्रॉपर छाया की व्यवस्था करने के लिये कहा है।

1975 रुपये प्रति क्विंटल पर हो रही है खरीदी, एफएक्यू क्वालिटी का गेहूं लेकर आने की अपील

रबी उपार्जन 2020-21 के तहत जिले में स्थापित किये गये उपार्जन केन्द्रों पर समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल के मान से गेहूं की खरीदी की जा रही है। खरीदी केन्द्रां पर किसानों से कहा गया है कि वे एफएक्यू क्वालिटी का ही गेहूं लेकर आयें। एफएक्यू क्वालिटी का मतलब गेहूं पूरी तरह से सूखा हो, निर्धारित मात्रा 12 प्रतिशत से अधिक नमी न हो, गेहूं में मिट्टी, सुकला न हो, गेहूं बदरंग एवं क्षतिग्रस्त न हो, इसका ध्यान रखा जाये।