विन्ध्य के दो महान समाजवादी दिग्गज कृष्णपाल सिंह और जगदीश चंद्र जोशी, जिनकी दोस्ती की मिसाल आज भी दी जाती है। पहले जोशी फिर कृष्णपाल सिंह छात्रसंघ के अध्यक्ष बने, यही क्रम सोशलिस्ट पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष बनने का रहा। जोशीजी दो बार विधायक व एक बार राज्यसभा सदस्य बने, जबकि केपी का राजनीतिक करियर चमकीला रहा वे छह बार विधायक, लगभग 15 साल तक में और उत्तरार्ध में राज्यपाल बने।
यह तस्वीर तब की है जब केपी सिंह साहब गुजरात के राज्यपाल थे और रीवा प्रवास पर आए, अब दोनों इस दुनिया में नहीं हैं पर इनकी मित्रता के किस्से आज भी हैं पुरानी पीढ़ी की जुबाँ में और हां श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी कृष्णपाल सिंह जी को, ताउम्र ‘कहो पंडित’ ही कहते रहे उनकी राज्यपाली के समय में भी।