रविवार, 17 सितंबर, को संसद के नए भवन पर तिरंगा फहराया गया, जो एक ऐतिहासिक और गर्वपूर्ण मोमेंट था। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद भवन के गजद्वार पर ध्वजारोहण किया। इस महत्वपूर्ण समय पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला भी उपस्थित थे। हालांकि, कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ग़े इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
संसद का विशेष सत्र और इमारत का पुनर्निर्माण
18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र के लिए नए संसद भवन का आयोजन किया गया है। 19 सितंबर को, गणेश चतुर्थी के दिन, संसद का कामकाज पुराने इमारत से नए भवन में स्थानांतरित किया जाएगा। विशेष सत्र के शेष चार दिनों के कामकाज भी नए भवन में ही होगा।
मल्लिकार्जुन खड़ग़े का उद्घाटन अनुष्ठान के अबाव
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ग़े ने राज्यसभा महासचिव प्रमोद मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा कि वे हैदराबाद में होने वाली सीडब्ल्यूसी (CWC) की बैठक के लिए गए हैं, जिसका समय पहले से ही निर्धारित था।
संसद के कार्यक्रम का निमंत्रण 15 सितंबर को मिला था, जबकि CWC की बैठक का समय पहले से तय था। इसलिए 17 सितंबर को होने वाले उद्घाटन अनुष्ठान में उनकी शामिली असंभव थी।