शहर की सड़कों पर बुलेट में मॉडिफाइड साइलेंसर लगी गाडियां बढ़ती जा रही, इंदौर में सबसे ज्यादा इंदौरी साइलेंसर की डिमांड

Share on:

इंदौर। शहर में बुलेट के शौकीन की फेहरिस्त काफी लंबी हैं। बुलेट के रखने वाले लोग बुलेट से ज्यादा उससे निकलने वाले साउंड के दीवाने है। आमतौर पर तेज कर्कस आवाज वालीं गाडियां शहर के मार्गों पर दौड़ती दिखाई देती है। तेज साउंड और मोडिफाई साइलेंसर लगाना कानूनन रूप से गलत है, इसको लेकर यातायात पुलिस द्वारा लगातार कार्यवाही भी की जाती है लेकिन इस पर अभी तक पूरी तरह से अंकुश लगाना संभव नहीं हो पाया है।

Read More : Delhi Metro: अब मेट्रो में अश्लीलता फैलाने वालों की खैर नहीं, फ्लाइंग स्क्वॉड के साथ सिविल ड्रेस में होगी पुलिस की नजर

मॉडिफाइड साइलेंसर लगवाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इंदौर में सबसे ज्यादा शॉर्ट बॉटल, लॉन्ग बॉटल, इंदौरी साइलेंसर, डॉल्फिन साइलेंसर लगवाए जाते हैं यह साइलेंसर दिल्ली, पंजाब और अन्य जगह से शहर में मंगवाए जाते हैं।  बुलेट के शौकीन सबसे ज्यादा साइलेंसर से निकलने वाले साउंड के दीवाने होते हैं। दुकानदार और गैरेज मैकेनिक बताते हैं कि अलग अलग साउंड क्वालिटी के साथ साइलेंसर शहर के अनेक गैरेज और बाजार में आसानी से मिल जाते हैं जिसमें ब्लैक लेक पिशुटर साइलेंसर, लॉन्ग बॉटल साइलेंसर, शॉर्ट बॉटल साइलेंसर, डोल्फिन साइलेंसर, बुलेट कोबरा साइलेंसर, पंजाबी शॉर्ट साइलेंसर, इंदौरी बुलेट साइलेंसर, शार्क बुलेट साइलेंसर, एंगुलर इंदौरी साइलेंसर और अन्य प्रकार के साइलेंसर शामिल है जो कि इंदौर के लोगों द्वारा गाड़ियों में लगवाए जाते हैं।

इंदौर शहर में इंदौरी साइलेंसर की काफी ज्यादा डिमांड है, यह साइज में छोटा होने के साथ साथ पटाखेदार आवाज निकालता है। इसकी कीमत 2 हजार से शुरू होकर क्वालिटी के हिसाब से 5 हजार तक होती है। डॉल्फिन जैसे शेप की वजह से इसका नाम डॉल्फिन साइलेंसर पड़ा। इसके साउंड में भी ज्यादा बेस होता है शोर कम होता है।इसकी कीमत 2500 से 4000 रुपए होती है। पंजाब साइलेंसर भी काफी पॉपुलर साइलेंसर है। छोटे पंजाब के मुकाबले इसकी आवाज और ज्यादा तेज होती है। 900 से 1500 तक होती है। छोटा पंजाब साइलेंसर काफी वक्त से लोगों की पसंद बना हुआ है। यह सस्ता भी होता है और आवाज भी इसकी काफी तेज होती है। इसकी कीमत 600 से 1200 तक होती है।

Read More : अगले 24 घंटों में गरज और चमक के साथ इन 10 जिलों में होगी भारी वर्षा, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

आमतौर पर कंपनी द्वारा दिए जाने वाले साइलेंसर को निकालने के बाद या तो उन्हें ओने पोने दाम पर बेच दिया जाता है या वह घरों में पड़े पड़े धूल खाते रहते हैं। कई लोग इन साइलेंसर में भी मोडिफिकेशन करवाकर इन्हें भी कर्कस साउंड निकालने जैसा बना देते हैं। इसी के साथ कंपनी द्वारा दिए जाने वाले इग्निशन बटन को भी बंद चालू कर लोग बुलेट से पटाखे फोड़ते नजर आते हैं।