नई दिल्ली : कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ हो रहे किसान आंदोलन को लेकर नेताओं के एक के बाद एक बयान सामने आ रहे हैं. अब केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने तंज कसते हुए आंदोलन की तस्वीरों पर सवाल खड़े किए हैं. वीके सिंह ने किसान आंदोलन की तस्वीरों को लेकर कहा है कि इन तस्वीरों में कई लोग किसान जैसी नहीं लग रहे हैं. इसके पीछे उनका कहना यह है कि ये कुछ असामाजिक तत्व हो सकते हैं.
वीके सिंह ने यह भी कहा है कि जिन्हें नए कृषि कानून से कोई समस्या है, वे किसान नहीं है. जबकि ये दूसरे ही लोग है. जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश में हैं. विपक्ष पर निशाना साधते हुए वीके सिंह ने कहा कि इन चेहरों में विपक्षियों के अलावा कमीशन पाने वाले लोग भी सम्मिलित हैं.
किसान-सरकार की बैठक रही बेनतीजा..
किसान आंदोलन के बीच अपनी मांग को लेकर आज किसानों और मोदी सरकार के बीच एक अहम बैठक हुई. हालांकि बैठक बेनतीजा रही. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक खत्म होने के बाद कहा कि किसानों का आश्वासन दिया गया है और उन्हें पूरी तरह से कृषि कानूनों के बारे में समझाया गया है. साथ ही उन्हें प्रेजेंटेशन भी दिया गया था. लेकिन बात नहीं बन सकी. ऐसे में अब 3 दिसंबर को किसानों और मोदी सरकार के बीच पुनः बैठक होगी.
बता दें कि 35 किसान प्रतिनिधि और मोदी सरकार में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पियूष गोयल सहित तीन मंत्रियों के बीच राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आज कृषि कानूनों के संबंध में बैठक हुई थी. किसानों और सरकार के बीच करीब साढ़े तीन घंटे तक यह बैठक चली थी. फिलहाल बैठक में कोई हल न निकलने के चलते किसान आंदोलन जारी है. अब भी सिंधु बॉर्डर सहित कई स्थानों पर किसानों का आंदोलन जारी है.