उज्जैन : उज्जैन की तराना तहसील के ग्राम झरनावदा में रहने वाले किसान गंगाराम के पास तीन बीघा जमीन है। इस पर खेती कर वे अपने परिवार का भरण-पोषण करते आ रहे हैं। कई बार खेती में आशा अनुरूप आमदनी न हो पाने के कारण उन्हें परिवार के कई जरूरी खर्चों में कटौती करनी पड़ती थी। कुछ खर्चों में कटौती तो फिर भी चल जाती थी, लेकिन कभी-कभी उनके बच्चों की पढ़ाई पर होने वाले जरूरी खर्च जैसे स्कूल फीस, किताबें, गणवेश आदि का वहन कर पाने में भी गंगाराम को मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। कई बार तो बच्चों की पढ़ाई छूटने तक की नौबत आ जाती थी।
इस वजह से गंगाराम काफी परेशान रहते थे। वे खुद तो ज्यादा पढ़ नहीं सके थे, लेकिन अपने बच्चों को खूब पढ़ाना चाहते थे। गंगाराम को प्रधानमंत्री किसान कल्याण योजना के साथ-साथ अब मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का लाभ भी मिलने लगा है।
इन दोनों योजनाओं की वजह से गंगाराम को प्रतिवर्ष अलग-अलग किश्तों में कुल 10 हजार रुपये की राशि प्राप्त होने लगी है। इससे गंगाराम की कई आर्थिक समस्याओं का समाधान हो गया है। साथ ही उनके बच्चों की पढ़ाई पर आया संकट भी खत्म हो गया है। गंगाराम अब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत मिलने वाली किसान सम्मान निधि का पूरा उपयोग अपने बच्चों की पढ़ाई और उनके उज्ज्वल भविष्य बनाने में कर सकेंगे।