आयोध्या: भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या वैसे ही विश्वविख्यात है दूर दूर से लोग यहां आते है, ऐसे में अब यहां बन रही रानी “हो” की स्मारक के लिए विदेशी मेहमान आज यहां आये है। आज शनिवार के दिन दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री शुह वुक अयोध्या में आये है जहा उन्होंने महारानी हो के स्मारक के लिए कहा कि- “जिस तरह आगरा का ताजमहल प्यार की निशानी के तौर पर प्रसिद्ध है, उसी तरह महारानी हो का स्मारक भी होगा।”
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री शुह वुक आज दोपहर 2 बजे अयोध्या पहुंचे, और इन विदेशी मेहमानों का स्वागत राज्य के भाजपा सांसद, विधायकों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किया गया। साथ ही उन्होंने आज अयोध्या में 1 घंटे तक बीताय समय में महारानी हो के स्मारक और पार्क पर जाकर विकास कार्यों का जायजा लिया. साथ ही भारत और दक्षिण कोरिया के रिश्तों को भी याद किया।
साथ ही इस दौरान यहां क्षिण कोरिया की यात्रा कर चुके अयोध्या के राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र भी मौजूद थे। बता दें कि रक्षा मंत्री शुह वुक हवाई पट्टी से सरयू किनारे बने महारानी हो के स्मारक पर पहुंचे और उनको श्रद्धांजलि दी और इस दौरान उन्होंने महारानी हो को याद कर दक्षिण कोरिया की राष्ट्रधुन भी गुनगुनाई। सभी मुद्दों पर चर्चा कर रक्षा मंत्री लगभग 1 घंटे अयोध्या में रहने के बाद लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
कौन है रानी ‘हो’?-
आपको बता दें कि रानी हो दक्षिण कोरिया की नहीं बल्कि अयोध्या की रानी थी जो अयोध्या से ही धर्म प्रचार के लिए कोरिया गई थीं, इस समय इनका नाम
सुवर्ण रत्ना था और उस समय एक दुर्घटना हुई, गिमहे प्रांत में उनका जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसके बाद वहां के राजकुमार सुरों ने सुवर्ण रत्ना को बचाया और उनसे शादी कर ली तबसे वे वहां की रानी बन गई और आज दक्षिण कोरिया की लगभग आधी आबादी राजकुमारी की वंशज है।