इंदौर : आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल द्वारा आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत इंदौर को सर्वेक्षण में पांचवी बार नंबर वन स्वच्छ शहर बनाने व सर्वेक्षण की नवीन गाइड लाईन अनुसार कार्य योजना बनाकर कार्य करने तथा इंदौर को गारबेज फ्री सीटी बनाने, स्टार रेटिंग व वाॅटर प्लस सर्वे के संबंध में एनजीओ संस्था बेसिक्स, डिवाईन, एचएमएस व फीडबेक के समस्त प्रतिनिधियो को रविन्द्र नाटय गृह में कार्यशाला आयोजित की गई ! उक्त कार्यशाला में प्रेजेटेशन के माध्यम से स्वच्छता सर्वेक्षण की विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्री संदीप सोनी द्वारा प्रेजेटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई तथा सर्वेक्षण की नवीन गाईड लाईन अनुसार इंदौर वेस्ट कलेक्शन मेाबाईल एप के माध्यम से सीटीजन फीडबेक की जानकारी संग्रहित करने संबंधित विस्तार से प्रेजेटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्री संदीप सोनी, अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा, समस्त एनजीओ के प्रतिनिधि, एनजीओ सुपर वाईजर व अन्य उपस्थित थे।
आयुक्त सुश्री पाल ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो व कर्मचारियो के साथ-साथ एनजीओ टीम का महत्वपूर्ण योगदान है, इंदौर को गारबेज फ्री सीटी, स्टार रेटिंग, वाॅटर प्लस सर्वे के साथ ही आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की नवीन गाइड लाईन व नवीन टूल कीट अनुसार कार्य योजना अनुसार कार्य किया जाना है। इस अवसर पर आयुक्त सुश्री पाल ने कहा कि सर्वप्रथम स्वच्छ सर्वेक्षण में शहरवासियो को गीला-सुखा कचरा सेग्रिकेशन करने के संबध में जानकारी दी गई थी, जिसे शहरवासियो से धीरे-धीरे अपनाया और गीला, सूखा कचरा के पश्चात सेनिटरी वेस्ट सेग्रिकेशन के संबंध में भी जानकारी दी गई, जिसे भी शहरवासियो ने सहयोगात्मक रूप से अपनाया अब समय आया है जब 6 प्रकार का कचरे को अलग-अलग करना है, इसलिये आप सभी एनजीओ प्रतिनिधियो का यह दायित्व है कि वह शहरवासियो को 6 प्रकार से कचरा सेग्रिकेशन के संबंध में समझाईश दे व इसके महत्व को भी जानकारी देै।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत एनजीओ को प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत घर से निकलने वाले 6 प्रकार के कचरा सेग्रिकेशन करना, रूट के सभी सडक पर सुनिश्चित करना कि रोड स्वीपिंग वेसट सेग्रगेट हो, सफाई मित्र के पास हरे-नीले कलर की थैलियां कचरा संग्रहण हेतु हो, रूट के सभी घरो पर सिटीजन फीडबेक एवं सिटीजन वेलीडेसन से संबंधित वार्ता कर ली गई हो, जीपीपी एवं सी एंड डी वेस्ट से संबंधत जाकनारी तुरंत अधिकारियेा को देना है।, सभी सफाई मित्र को पीपीई किट पहन कर कार्य करना सुनिश्चित कराना, आॅन साईट कम्पोस्टिंग को सुनिश्चित कराना, रूट में युरिनल एवं सीटी पीटी के सेनेटरी वेस्ट को डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन में ले, महिला ब्लाॅक में डस्टबीन सभी युरिनल एवं सीटी पीटी में सुनिश्चित कराना, 4 आर से संबंधित गतिविधियों को अधिक से अधिक क्षेत्र में कराना, ब्लक वेस्ट जनरेटर से 6 प्रकार का वेस्ट लेने हेतु डस्टबीन की व्यवस्था कराना भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये।
इसके साथ ही एनजीओ संस्था के प्रतिनिधि 6 प्रकार के कचरे को सेग्रिकेट कराये, रूट के सभी घरो से सिटीजन फिडबेक ऐप के माध्यम से एवं सिटीजन वेलीडेंसन से संबंधित वार्ता कर ली जाना सुनिश्चित करे, प्रत्येक व्यवसायिक एवं पब्लिक स्थान पर नागरिको को जानकारी होना चाहिये कि प्रत्येक दिन मेकेनिकल स्वीपिंग की जाती है, प्रतिदिन शहर में मेकेनिकल स्वीपिंग हो रही है। इसके साथ ही प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान एनजीओ प्रतिनिधियो को सिंगल युज प्लास्टिक का पूर्ण प्रतिबंध कराने मे कार्य करना, स्पाॅट फाईन जैसे पालतु पशु को खुले में मल कराना, सेग्रिकेशन न करना, सेनेटरी वेस्ट को कागज में लपेट कर न देना, कचरा खुले में फैंकरना आदि। लिटरबीन के उपयोग पर जानकारी देना, मार्केट में आईईसी मलासुर, थैला उपयोग, प्लास्टिक बेन, दो डस्टबीन गतिविधि, रियूज पानी के उपयोग की जानकारी देना आदि शामिल है।
इसके साथ ही फिल्ड पर एनजीओ द्वारा किस प्रकार से कार्य करना है, कचरा सेग्रिकेशन में किस प्रकार से सावधानी बरतनी है, फिल्ड पर कार्य के दौरान आने वाली समस्याओ से किस प्रकार से निपटना है, फीडबेक रजिस्टर पर प्रतिदिन नागरिको से फीडबेक लेना है, डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन समय पर आते है या नही, कचरा अलग-अलग लेते है या नही, 6 प्रकार का कचरा (गीला, सूखा (प्लास्टिक व नाॅन प्लास्टिक) सेनेटरी वेस्ट, घरेलू अपशिष्ट, वेस्ट ई-वेस्ट) को अलग-अलग संग्रहित किया जाना है, कचरा संग्रहण वाहन में कचरा अलग-अलग रखना- कचरा मिक्स नही करना, कचरा संग्रहण वाहन में पार्टीशन हुक ठीक से लगा है या नही के साथ ही अन्य आवश्यक विषयो पर विस्तार से चर्चा की गई।