ख़ुद को किसान पुत्र कहने वाले शिवराज जी व ख़ुद को किसान हितैषी बताने वाली भाजपा ने तो किसान विरोधी काले क़ानूनों का खुला समर्थन कर अपना किसान विरोधी चेहरा व वास्तविकता जनता के सामने ला दी है। वही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आज इंदौर ज़िले के देपालपुर में किसान आंदोलन के समर्थन में तपती धूप में 5 हज़ार ट्रैक्टरो के क़ाफ़िले के साथ विधायक विशाल पटेल द्वारा आयोजित ट्रैक्टर रैली में ख़ुद कई किलोमीटर ट्रैक्टर चलाकर देपालपुर की पतली – पतली गलियों में घूमे।
जहाँ पूरे मार्ग पर हज़ारों किसानो ने सेकडो मंच लगाकर कमलनाथ जी का पुष्पों की वर्षा से ऐतिहासिक स्वागत कर किसान आंदोलन के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। आज देपालपुर ने इतिहास रच दिया। कमलनाथ जी ने कई किलोमीटर संकरी गलियों में ख़ुद ट्रैक्टर चलाकर किसानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को व्यक्त किया।
पाँच हज़ार ट्रैक्टरों का ऐतिहासिक क़ाफ़िला कमलनाथ जी के साथ ख़ुद बया कर रहा था कि दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान अकेले नहीं है। पूरे देश का , मध्यप्रदेश का किसान व कांग्रेस उनके साथ है। जब तक तीन काले क़ानून वापस नहीं होते , कांग्रेस का किसानो के साथ संघर्ष जारी रहेगा। किसान सम्मेलन में भी कमलनाथ जी को सुनने दूर- दूर तक ट्रैक्टरों में बैठे हज़ारों किसानो की उपस्थिति भी बता रही थी कि किसान भाई संघर्ष के इस दौर में कांग्रेस के साथ पूरी ताक़त से खड़े है।