शनि को न्याय और कर्मफल का देवता माना जाता है। शनि को प्रसन्न करके व्यक्ति जीवन के कष्टों को कम कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि जब भी कभी ग्रहों में किसी तरह का कोई बदलाव होता है तो इसका सीधा असर हमारी राशि पर पड़ता है। जिस वजह से कुंडली पर शनि बैठ जातें हैं और ऐसे में व्यक्ति के जीवन में दुख भी आ सकते हैं तो खुशियां भी आ सकती हैं।
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार शनि के नाराज होने से व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर पड़ता है। शनिदेव प्रसन्न होते हैं तो बिगड़े हुए काम बन जाते हैं और सफलता भी प्राप्त होती है। वहीं अगर शनि मजबूत नहीं है तो व्यक्ति को बेहद ही कष्टों का सामना करना पड़ता है। वहीं शनि के राशि परिवर्तन के कारण सभी 12 राशियां प्रभावित होती हैं।
जहां कुछ राशियों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाती है तो वहीं कुछ पर ढैय्या की महादशा शुरू हो जाती है। 23 अक्टूबर यानी आज के दिन कार्तिक मास का पहला शनिवार है। इस दिन शनि की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। जिन लोगों पर शनि की महादशा चल रही है, कार्तिक मास में पड़ने वाले शनिवार को कुछ विशेष उपाय करने से उन्हें कष्टों से छुटकारा मिल सकता है।
बता दें कि फिलहाल 5 राशियां हैं, जिन पर शनि की महादशा चल रही है। धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों पर शनि का साढ़े साती तो मिथुन और तुला राशि के जातकों पर ढैय्या चल रही है। इन राशि के लोग कार्तिक महीने में शनि के प्रकोप से बचने के लिए यह उपाय अपना सकते हैं।
अपनाएं ये उपाय:
आर्थिक परेशानियों के लिए: जो लोग आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उन्हें शनिवार की रात को बहती नदी में पांच लाल फूल और पांच जलते दिए प्रवाहित करने चाहिए। इससे धन संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए:
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए काले कुत्ते को सरसों के तेल से सिका हुआ परांठा खिलाएं। इससे शनिदेव प्रसन्न हो जाते हैं और आपको कष्टों से मुक्ति मिलती है। जिन लोगों पर शनि की महादशा चल रही है, उन्हें जल में काले तिल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाने चाहिए। साथ ही ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। आप चाहें तो शनि मंदिर में बैठकर चालीसा का जाप भी कर सकते हैं। इसस शनि देव प्रसन्न होते हैं।