आज सोमवार, भाद्रपद शुक्ल सप्तमी तिथि है। आज अनुराधा/ज्येष्ठा नक्षत्र, “आनन्द” नाम संवत् 2078 है।
( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)
-आज मुक्ताभरण सप्तमी, फल सप्तमी, दुबड़ी सप्तमी है।
-आज सन्तान की मङ्गल कामना के लिए स्त्रियां भगवान सूर्य का फलों से पूजन कर स्वयं फल खाकर व्रत रखती हैं।
-आज से श्रीमहालक्ष्मी व्रत आरम्भ।
-कल मंगलवार को राधा अष्टमी है।
-कल मंगलवार को महर्षि दधीचि की जयन्ती है।
-घर के मन्दिर में दक्षिणावर्ती शंख रखना चाहिए।
-मारवाड़ का वास्तविक नाम मरुधन्व है।
-उग्रसेन द्वारका के राजा थे और ब्रह्माण्डों के अधिपति भगवान श्रीकृष्ण उनके मन्त्री थे।
-फिर भी भगवान श्रीकृष्ण द्वारकाधीश कहलाए, क्योंकि उनकी कृपा, सलाह और आदेश बिना वहां एक भी काम नहीं होता था।
-उड़ीसा का प्राचीन नाम उड्डीश – डामर है।
-प्राचीन काल में मदुरै को दक्षिण भारत की मथुरा कहा जाता था।
-दक्षिण भारत स्थित महेन्द्राचल पर्वत पर परशुराम जी रहते हैं। (गर्ग संहिता विश्वजीत खण्ड अध्याय 14)
-पूड़ी, का वास्तविक नाम उपरिष्ट है।
-इमरती का वास्तविक नाम चक्राभचिह्निका है।
-जलेबी का वास्तविक नाम सुधाकुण्डलिका है।
विजय अड़ीचवाल