इंदौर। इंदौर के पालरेचा परिवार ने इस साल भी परंपरा अनुसार खजराना गणेश के लिए विशाल राखी का निर्माण किया है। आपको बता दें परिवार पिछले कई सालों से रक्षाबंधन के दिन परिवार द्वारा निर्मित विशाल राखी सबसे पहले खजराना गणेश जी को अर्पित करता है। रक्षाबंधन पर खजराना गणेश को सबसे पहले राखी अर्पित की जाती है जिसके बाद जाती है इंदौर का परिवार इस पर्व को मनाता है। हर साल पालरेचा परिवार रक्षाबंधन के मौके पर खजराना गणेश भगवान के लिए विशेष राखी का निर्माण करता है। यह राखी सबसे बड़ी होती है और परिवार के सदस्यों के साथ ही कुशल कारीगरों ने 3 महीने की मेहनत के बाद इस राखी को तैयार किया है। अष्टधातु निर्मित इस राखी में कई ख़ास सामग्री का भी उपयोग किया गया है।
आपको बता दें कि, पालरेचा परिवार द्वारा पिछले साल जो राखी तैयार की गई थी उसे गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी स्थान दिया गया है। जिसके चलते इस वर्ष भी पालरेचा परिवार द्वारा खजराना गणेश जी के लिए एक विशेष राखी तैयार की गई है जो जरी, सलमा, सितारा, नगीना इत्यादि से बनी हुई है। इस बार की विशेषता अष्टधातु का प्रयोग किया गया है।
साथ ही बताया गया कि, इस राखी में घर के 15 से 20 लोगों की स्कीम में मेहनत लगी है। उन्होंने बताया कि, इसी तरह की राखिया महाकाल राजा उज्जैन चिंतामन गणेश जी उज्जैन वीर अलीजा सरकार और भी देवी-देवताओं को बांधी जाएगी। उन्होंने कहा कि, यह प्रार्थना की जाएगी सभी की ओर से सभी नागरिकों की ओर से सभी को बचाए भगवान गणेश जी रक्षाबंधन के दिन पुजारी अशोक और सतपाल महाराज द्वारा राखी रक्षाबंधन के दिन प्रार्थी की जाएगी।
ढोल धमाकों के साथ खजराना गणेश मंदिर पहुंचकर भगवान को राखी अर्पित करता है लेकिन इस साल कोरोना प्रोटोकोल को ध्यान में रखते हुए खजराना गणेश जी को राखी अर्पित की जाएगी।