राज्य सरकार के फैसले के बाद महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में आज से स्कूलों को खोला गया है। जिसमें 9वीं से 12वीं के बच्चों की जाने की अनुमति है। लेकिन इसके साथ सरकार ने कुछ नियम भी लागु किए है। जिसका पालन करना अनिवार्य है। बता दे, ये स्कूल पुणे के कुछ ग्रामीण हिस्सों में खोले गए है। यहां आज अच्छी संख्या में 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ रहे छात्र आए। दरअसल, करीब 8 महीने बाद बच्चे स्कूल में दिखे है।
वहीं इनके स्कूल आने को लेकर सरकार द्वारा जारी किए गए कुछ दिशा निर्देश है जिनका पालन करना जरुरी है। बता दे, स्कूल ने सरकार द्वारा प्रदान की गई SOP का पालन करने के लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं। यहां आने के लिए मात्र 50% छात्रों को अनुमति देने वाले सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए स्कूल ने एक नियम बनाया है। इस नियम के अनुसार एक दिन लड़कों को बुलाया जाएगा तो एक दिन लड़कियों को स्कूल आने की अनुमति होगी।
कुल मिला कर ऐसा है कि एक दिन लड़के स्कूल आएंगे तो एक दिन सिर्फ लड़कियां स्कूल आएगी। खास बात ये है कि सभी छात्रों को ऑक्सीमीटर से चेक किया जा रहा है। साथ ही उन्हें स्कूल के भीतर एंट्री से पहले सैनिटाइज़ भी किया जा रहा है। जानकरी के अनुसार, पुणे के सिर्फ ग्राह्मिन इलाकों में स्कूल को खोले जाने की अनुमति है।
हालांकि बड़ी बात ये है कि पुणे नगर निगम और पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम ने कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्कूलों को फिर से खोलने को स्थगित कर दिया है। जहां पहले सरकार ने 23 नवंबर से 9 वीं से 12 वीं कक्षा के लिए स्कूलों को खोलने की अनुमति दी थी वहीं सरकार ने जिला प्रशासन को अपने क्षेत्र की स्थिति के अनुसार स्कूल खोलने का फैसला लेने की अनुमति दी थी।