मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में मानसून लगभग समाप्त हो चुका है, और 12 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से इसकी विदाई होने की उम्मीद है। हालांकि, हाल ही में सक्रिय हुए दो मौसम सिस्टम के कारण प्रदेश के कई जिलों में एक बार फिर बारिश होने की संभावना जताई गई है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
राज्य के 35 जिलों से पहले ही मानसून विदा हो चुका था। फिर भी, मौसम विभाग ने 12 अक्टूबर तक जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग और सागर में हल्की बारिश की संभावना को रेखांकित किया है। इसके बाद मौसम साफ होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की विदाई के बाद अगले 5-6 दिनों में हल्की ठंड की शुरुआत होगी। 20 से 21 अक्टूबर के आसपास प्रदेश के कुछ हिस्सों में ठंड का अहसास होने लगेगा। दिवाली के पहले, ठंड का यह दौर धीरे-धीरे बढ़ सकता है।
प्रदेश में ठंड का आगाज़
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 20 अक्टूबर से रात के तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी, और यह 20 डिग्री सेल्सियस के नीचे जा सकता है। दिन का तापमान 33-34 डिग्री के बीच रहेगा। ऐसे में, दिवाली तक हल्की ठंड का एहसास हो सकता है।
बारिश का अलर्ट जारी
हाल ही में सक्रिय हुए मौसम सिस्टम के चलते 20 जिलों में बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले दिनों में कम दबाव का क्षेत्र डिप्रेशन में परिवर्तित हो सकता है, जिससे बारिश का यह दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी दी है। दूसरी ओर, ग्वालियर, मुरैना और श्योपुर जैसे जिलों में तेज धूप भी देखने को मिल सकती है।
मानसून के अंतिम चरण
ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया जैसे जिलों में मानसून की विदाई हो चुकी है। मौसम विभाग ने आगामी 3 दिनों में प्रदेश में हल्की बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है, साथ ही 20 अक्टूबर तक ठंडक बढ़ने की भी भविष्यवाणी की है। इस प्रकार, मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलता नजर आ रहा है, जिससे प्रदेशवासियों को बारिश और ठंड का अनुभव होगा।