भोपाल – 3 जनवरी 2021
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आज शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल के पुनर्गठन पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज का मंत्रिमंडल का पुनर्गठन देखकर यह स्पष्ट हो गया है कि मध्य प्रदेश में एक मजबूत नहीं ,बल्कि असहाय और मजबूर मुख्यमंत्री कुर्सी पर विराजमान है ,भाजपा की इतनी दयनीय स्थिति पहले कभी नहीं देखी ? ऐसा लग रहा है कि आज भाजपा कुछ जयचंदो व आयातित लोगों की पार्टी होकर उनके सामने गिरवी पड़ी है ?
सलूजा ने बताया कि जब मंत्रिमंडल में 6 पद खाली है , तब मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करना और उसमें भी सिंधिया समर्थक सिर्फ़ दो ही मंत्रियों को शामिल करना यह बता रहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री व भाजपा भारी दबाव में है ,असहाय हैं। भाजपा के कई योग्य विधायक मंत्री बनने की कतार में थे लेकिन उनका हक मार कर दो आयातित लोगों को ही शामिल करने से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा में अब ईमानदार ,निष्ठावान , योग्य और टिकाऊ लोगों के लिए कोई स्थान नहीं बचा है ?
आज मंत्रिमंडल के गठन में राजेंद्र शुक्ल ,रामपाल सिंह ,गौरीशंकर बिसेन ,संजय पाठक ,यशपाल सिसोदिया ,नागेंद्र सिंह ,गिरीश गौतम ,पारस जैन ,गायत्री राजे पवार ,रमेश मेंदोला ,मालिनी गौड़ ,महेंद्र हार्डिया जैसे वरिष्ठ विधायकों को शामिल नहीं कर भाजपा ने यह बता दिया है कि उसे सिर्फ सत्ता से मतलब है और सत्ता के लिए भाजपा को आज जयचंदो के यहाँ गिरवी रख दिया गया है ? भाजपा में अब ईमानदार ,निष्ठावान ,योग्य लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है।जब मंत्रिमंडल के 6 पद खाली थे तो सिर्फ सिंधिया समर्थक 2 लोगों को ही शामिल करना और बाकी स्थानों को खाली छोड़ देना यह बताता है कि भाजपा चंद आयातित लोगों के भारी दबाव में है ,सत्ता के लिए भाजपा की ऐसी दयनीय ,असहाय स्थिति पहले कभी नहीं देखी ?
नहीं चाह कर भी ऊपरी दबाव में आखिर सिंधिया समर्थक दो मंत्रियों को मंत्री बनाना ही पड़ा ?इससे यह स्पष्ट हो चला है प्रदेश का नेतृत्व मजबूर होकर असहाय वाली स्थिति में है और निर्णय लेने में अक्षम साबित हुआ है।