अगले 24 घंटों में प्रदेश के इन 10 जिलों में बारिश सहित मावठा गिरने के आसार, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

Share on:

MP Weather Update Today: प्रदेश के वातावरण में एक बार पुनः बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है। जहां प्रदेश का मौसम कुछ दिनों से तीव्रता से मिजाज बदल रहा है और यहां रात्रि के पारे में उछाल से कमी रिकॉर्ड की जा रही है। अभी ग्वालियर, दतिया और नौगांव में रात्रि का पारा 12 डिग्री सेल्सियस के लगभग रिकॉर्ड किया जा रहा है। वहीं दिन का पारा 30 से 32 डिग्री के करीब करीब बना हुआ है। इधर सोमवार को कल दोपहर के बाद हवाओं की रफ्तार में तीव्रता देखने को मिली है जिसके फलस्वरूप दिन के पारे में भी कमी रिकॉर्ड की जा रही है।

नवंबर के आखिरी माह में जल्द गिरेगा टेंपरेचर

यहां ऐसे में बंगाल की खाड़ी में उठ रहे साइक्लोनिक तूफान और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव से मध्य प्रदेश के मौसम में तीव्रता से परिवर्तन आएगा और आगामी दिनों में प्रदेश के वेस्टर्न भागों में मेघों के छाए रहने के बाद मामूली वर्षा हो सकती है। इसके प्रभाव से नवंबर के लास्ट वीक में टेंपरेचर में भी जल्दी कमी आएगी।

26 से 28 नवंबर के दौरान प्रदेश में वर्षा का अंदेशा:

दरअसल MP मौसम कार्यालय के मुताबिक इस वक्त बंगाल की खाड़ी में जो एक साइक्लोनिक चक्र एक्टिव हुआ है, इसका प्रभाव प्रदेश और उत्तर प्रदेश में देखने को मिलेगा और इसके असर के चलते आगामी दो से तीन दिनों में उत्तर भारत में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आ सकता है। इसके बाद उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई भागों में वर्षा हो सकती है। मौसम स्पेशलिस्ट के मुताबिक प्रदेश के वेस्टर्न भागों में 26 से 28 नवंबर के दौरान बदरा डेरा डाले रहने के साथ ही मामूली वर्षा हो सकती है। साथ ही उत्तरी हवाओं की रफ्तार में तीव्रता आने से आगामी दिवसों में सुबह और रात्रि के पारे में कमी आने की आशंका जताई गई है।

प्रदेश में मावठा गिरने के संकेत:

MP मौसम कार्यालय के एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में ग्वालियर चंबल संभाग, सागर संभाग के साथ-साथ निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़ में मौसम में परिवर्तन आने की आशंका जताई गई है। इस बीच छिटपुट स्थानों पर मेघों के जमावड़े के साथ-साथ हल्की फुल्की रिमझिम बारिश हो सकती है। इसके अतिरिक्त कई जिलों में मावठा गिरने का अंदेशा जताया गया है। वहीं, सागर टीकमगढ़, पन्ना, दमोह के साथ-साथ जबलपुर के कुछ एक जगहों में बदरा छाने और रिमझिम बादलों के साथ कम से कम वर्षा होने के आसार जताए गए है। इसके बाद उत्तर भारत की सर्द हवाएं प्रदेश में तेज रफ्तार से प्रवेश करेगी और प्रदेश में तीव्र सर्दी का सिलसिला प्रारंभ हो जाएगा।