टोक्यो ओलंपिक में शामिल होगा दिहाड़ी मजदूरी करने वाले का बेटा, पीएम ने की बातचीत

Akanksha
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नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान कई अहम कार्य लगातार टालते ही जा रहे थे। लेकिन अब धीरे-धीरे पटरी से उत्तरी हुई ट्रैन वापस ट्रैक पर आ रही है। जिसके चलते अब कोरोना संकट के बीच एक साल की देरी से टोक्यो ओलंपिक शुरू होने जा रहा है। वहीं आज यानि मंगलवार को ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। इस दौरान उन्होंने हर एक खिलाडी से बातचीत की और साथ ही खिलाड़ियों से उनके संघर्ष की कहानी के बारे में भी जाना और उनके माता-पिता से भी बात की।

वहीं इस चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में जा रहे प्रवीन जाधव से भी बात की। उन्होंने प्रवीन से पूछा कि आपकी ट्रेनिंग एथलीट के लिए हुई थी, लेकिन आप तीरंदाजी में आ गए। ये कैसे हुआ? पीएम की बात का जवाब देते हुए प्रवीन ने बताया कि, “मैं गवर्नमेंट एकेडमी में एथलेटिक्स की ट्रेनिंग करता था, लेकिन मैं कमजोर था। इसलिए मेरे कोच ने बोला कि तुम्हें किसी और खेल में ट्राय करना चाहिए। इसलिए मुझे तीरंदाजी दे गई. उसके बाद मैंने अमरावती में आर्चरी गेम कंटीन्यू किया।”

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पीएम ने पूछा कि, इस बदलाव के बाद भी आप अपने गेम में कॉन्फिडेंस और परफेक्शन कैसे लाए? तो प्रवीन ने कहा कि, “मेरी फाइनेंशियल कंडिशन ठीक नहीं है। मुझे पता था कि घर जाकर मुझे भी मजदूरी ही करनी पड़ेगी। इससे अच्छा है कि यहां रहकर (एकेडमी में) कुछ अच्छा करना है। इसलिए मैंने इसमें इसी में (तीरंदाजी) कंटीन्यू किया।”

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुझे आपके बचपन के संघर्ष के बारे में जानकारी है और आपके पिता भी दिहाड़ी मजदूरी करते थे लेकिन आज आप देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं जो प्रेरणादायी है। आपने कठिन जीवन बिताया है लेकिन लक्ष्य को कभी आंखों के सामने से हटने नहीं दिया। आपके जीवन के शुरुआती अनुभवों ने चैम्पियन बनने में आपकी क्या मदद की? इस पर प्रवीन ने कहा, “मुझे लगता था कि अगर यहां हार मान जाऊंगा तो अभी तक जितना भी किया, सब खत्म हो जाएगा। इससे अच्छा है कि ज्यादा और कोशिश करके इसको सफल करना।”

पीएम मोदी ने कहा कि आप तो चैम्पियन हैं ही। आपके माता-पिता भी चैम्पियन हैं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके माता-पिता से कहा कि आपने मजदूरी करते हुए अपने बेटे को आगे बढ़ाया और आज आपका बेटा ओलंपिक में देश के लिए खेलने जा रहा है। आपने दिखा दिया कि मेहनत और ईमानदारी की ताकत क्या होती है। मोदी ने कहा कि अगर कुछ करने की चाह हो तो परेशानियां आपको रोक नहीं सकतीं। आपकी सफलता से ये भी स्पष्ट हो गया कि जमीनी स्तर पर सही चयन हो तो हमारे देश की प्रतिभा क्या नहीं कर सकती। साथ ही मोदी ने प्रवीन को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जापान में जमकर खेलिएगा।