रमजान के बाद सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों को ईद का इंतजार रहता है, इस साल एक बार फिर से कोरोना के कारण रमजान प्रभावित हुआ था, ऐसे में आज ईद का चाँद नहीं दिखा है जिसके कारण अब शुक्रवार यानी की जुम्मे के दिन ईद मनाई जाएगी।
ईद एक ऐसा त्यौहार है जो सभी मुसलमानों के लिए महवत्पूर्ण होता है, साथ ही इसे रमजान के महीने पूरे होने पर मनाया जाता है, और इस दिन ही रोजे का भी अंतिम दिन होता है। इस बार 12 मई यानि की आज चांद दिखने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिसके बाद अब 14 मई शुक्रवार के दिन ईद मनाई जाएगी इस बात का एलान भी हो चूका है।
देश में 14 मई को ईद मनाए जाने का ऐलान किया जा चुका है, जिस हिसाब से अब गुरुवार के दिन 30वां रोजा रखा जाएगा और 14 तारीख को ईद मनाई जाएगी।
ईद, रमज़ान के पावन महीने के अंत का प्रतीक है, इसके साथ ही यह शांति और भाईचारे का भी त्योहार है, ईद के दिन लोग सुबह नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हुए अमन और चैन की दुआ मांगते है, साथ ही इस ख़ास दिन मीठे पकवान मुख्य तौर पर सेंवईंयां बनती हैं, लोग आपस में गले मिलकर अपने गिले-शिकवों को दूर करते हैं।