भोपाल: मध्यप्रदेश की सडकों पर आवारा कुत्तों की आबादी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. बढ़ती आबादी का मामला विधानसभा तक भी पहुंच चूका है. कुत्तों की आबादी काबू में करने के लिए सरकार ने विधानसभा में ऐसा जवाब दिया जिसके सुन कर वहां बैठा हर व्यक्ति अपनी हसी नहीं रोक पाया. दरअसल, सरकार ने कहा कि कुत्तों की नसबंदी पर वे पांच साल में करीब 17 करोड़ रूपए खर्च कर चुके हैं.
मध्यप्रदेश के हर गली मोहल्ले में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है. आम जनता को इससे काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है. इन कुत्तों का आतंक इतना ज्यादा बढ़ गया है कि यह मुद्दा मंगलवार को विधानसभा में उठा. वहीं एक विधासभा सदस्य ने इस पर सवाल किया कि कुत्तों से छुटकारा दिलाने के लिए सरकार क्या कर रही है? इस सवाल पर काफी चौंकाने वाला जवाब आया. सरकार ने कहा कि प्रदेश के पांच बड़े शहरों में पिछले साल में कुत्तों की संख्या पर कंट्रोल करने के लिए नसबंदी पर करीब 17 करोड़ खर्च किए जा चुके है.
इस सवाल पर नगरीय प्रशासन विभाग ने जवाव देते हुए कहा कि “जानकारी सरकार ने दी है उसके तहत इंदौर में 1 लाख 6000 कुत्तों की नसबंदी पर 7 करोड़ 46 लाख रुपये, भोपाल में 1 लाख 4 हजार कुत्तों की नसबंदी पर छह करोड़ 76 लाख रुपये, जबलपुर में 31 हजार 385 कुत्तों पर एक करोड़ 70 लाख रुपये, उज्जैन में 9000 कुत्तों पर 50 लाख रुपये और ग्वालियर में 13277 कुत्तों की नसबंदी पर 53 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. सरकार ने ये जानकारी भी दी है कि नसबंदी के दौरान 326 कुत्तों की मौत हो गई.”