भोपाल/इंदौर : देशव्यापी किसान आंदोलन के समर्थन में और तीन किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश भर में किए जा रहे चरणबद्ध आंदोलन के तहत कल भोपाल में हज़ारों किसानो व कांग्रेसजनो के साथ किये गये ऐतिहासिक राजभवन घेराव के बाद आज इंदौर जिले के देपालपुर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के नेतृत्व में 5 हज़ार से अधिक ट्रैक्टरों के काफिले के साथ विशाल ऐतिहासिक ट्रैक्टर रैली निकली। इस ट्रैक्टर रैली की अगुवाई कमलनाथ जी ने की , वे सबसे आगे हुए ख़ुद ट्रैक्टर चलाते हुए चल रहे थे और उनके पीछे-पीछे हजारों ट्रैक्टर रैली के रूप में साथ चल रहे थे। कमलनाथ जी ने खुद ट्रैक्टर का स्टेरिंग संभाल कर देपालपुर की गलियों में कई किलोमीटर तक ट्रैक्टर को चलाया।
इस ट्रैक्टर रैली के दौरान कमलनाथ जी का देपालपुर के हजारों किसानों ने सड़कों के दोनों ओर खड़े होकर , सेकडो मंच लगाकर भारी पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया और अपना समर्थन व्यक्त किया। कमलनाथ जी ने तपती धूप में देपालपुर की गलियों में कई किलोमीटर तक स्वयं ट्रैक्टर चलाकर किसानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को व्यक्त किया। इंदौर ज़िले के देपालपुर में विधायक विशाल पटेल द्वारा आयोजित इस ट्रैक्टर रैली ने आज इतिहास रच दिया।देपालपुर के सारे मार्ग किसानों से व ट्रैक्टरो से भरे पड़े थे।देपालपुर की सारी सड़कें जाम हो गई , चारों तरफ किसानों व ट्रैक्टरों का रेला नजर आ रहा था।देपालपुर की सड़कों पर कई किलोमीटर यह ट्रैक्टर रैली घूमी , जहाँ सैकड़ों मंचों से किसानों ने कमलनाथ जी का व इस ट्रैक्टर रैली का भव्य स्वागत किया।
24 अवतार तीर्थ मंदिर से प्रारंभ हुई यह ट्रैक्टर रैली कई किलोमीटर घूम कर किसान सम्मेलन स्थल पर समाप्त हुई।जहां पर हज़ारों किसानो की उपस्थिति में विशाल किसान सम्मेलन संपन्न हुआ। विशाल किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि
देपालपुर की जनता से मेरा विशेष प्रेम है और मै उनका आभारी भी हूँ क्योंकि जब मैं पहले देपालपुर आया था और मेने आपसे आग्रह किया था , जो आपने स्वीकार किया था, जिसकी बदौलत मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी। आप सभी जानते हैं कि जब मैंने प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली कैसा प्रदेश शिवराज जी ने हमें सौंपा ,जो किसानों की आत्महत्या में नंबर वन ,महिलाओं पर अत्याचार में नंबर वन ,बेरोजगारी में नंबर वन था। आज हमारी 70% अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र पर आधारित है।कृषि क्षेत्र में क्रांति आये ,किसानों के साथ न्याय हो ,उन्हें अपनी उपज का सही मूल्य मिले ,यह मेरे सामने सबसे बड़ी चुनौती थी।
हमने कर्ज माफी की शुरुआत की , हमने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया ,इसके गवाह खुद किसान हैं।हमने डिफाल्टर ही नहीं ,चालू खाते वाले किसानों के भी कर्ज माफ किये।हमने शुरुआत की थी।हमारी सरकार के पहले आलू का क्या भाव था , मक्का का क्या भाव था ?
प्रदेश का निर्माण किसान और युवा मिलकर करेंगे और यदि उनका भविष्य ही अंधकार में होगा तो वह प्रदेश का निर्माण कैसे कर पाएंगे ? आज मध्यप्रदेश में जितने उद्योग लगते नहीं है उससे ज़्यादा बंद हो जाते है।हमने तो मध्य प्रदेश की नई पहचान बनाने का काम किया ,जहां लोगों को विश्वास हो।विश्वास से ही आर्थिक गतिविधि बढ़ती है,प्रदेश का विकास होता है। क्या प्रदेश की पहचान माफियाओं से होगी।मेने माफ़ियाओ के खिलाफ अभियान शुरू किया तो कई लोगों ने मुझे आकर कहा कि आप क्या कर रहे हैं।मैंने कहा कमलनाथ को तो कोई डरा-दबा नहीं सकता।प्रदेश में निवेश को लेकर मैंने काम किया।
मुझे 15 माह में काम करने के लिए सिर्फ़ साढ़े 11 माह ही मिले।मेने किसानों का कर्ज माफ कर ,सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि बढ़ाकर ,बिजली सस्ती कर ,कन्या विवाह की राशि बढ़ाकर कौन सा पाप गुनाह किया ? मैं मुख्यमंत्री था मै भी सौदेबाजी कर सकता था लेकिन मैं मध्यप्रदेश की पहचान को कलंकित नहीं करना चाहता था ,मैंने सौदेबाजी नहीं करी। इन तीन काले कानून के बारे में आपको बताना चाहता हूं। आज से वर्षों पूर्व हमारा देश अनाज का आयात करता था ,इंदिरा गांधी जी ,जवाहरलाल नेहरु जी और शास्त्री जी के कारण आज हमारा देश अनाज का निर्यात करता है।हमने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया ,कोयले खदानो का राष्ट्रीयकरण किया लेकिन हमने कृषि क्षेत्र का भी राष्ट्रीयकरण किया ,यह हमारा सबसे बड़ा कदम था। समर्थन मूल्य की शुरुआत उस समय से ही हुई।हमने एफ़सीआई बनाया ,हमने बफर स्टॉक की स्थापना की।
आज पंजाब और हरियाणा के 95% किसान समर्थन मूल्य का लाभ लेते हैं और वही हमारे मध्य प्रदेश में आज भी 20% किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ मिलता है।मध्य प्रदेश के किसान कल भी और आज भी गुजारे की खेती करते हैं।यह कानून हमारे कृषि क्षेत्र का निजीकरण करेंगे।बड़े-बड़े उद्योग समूह को मंडी का दर्जा मिलेगा , वो मनमाने दाम पर किसानों से उनकी उपज खरीदेंगे ,एमएसपी खत्म होगी ,जमाखोरी -कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा।किसान कांटेक्ट फ़ार्मिंग से बंधुआ मजदूर बनेगा।यह काले कानून किसानों का शोषण करेंगे ,किसानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेंगे।इन काले कानूनों से किसानों को नहीं उद्योगपतियों को फायदा मिलेगा।इसीलिए तो लाखों किसान आज दिल्ली की सीमा पर इतनी कड़ाके की ठंड में 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं ,वह काले कानूनों की सच्चाई समझते हैं।मध्य प्रदेश के भी हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं।
जब किसान नहीं चाहता यह कानून , तब किसानों पर यह काले कानून क्यों जबरदस्ती थोप रहे हो ? भाजपा की राजनीति को आज समझने की आवश्यकता है।किस प्रकार 2 करोड लोगों को चुनाव के पूर्व रोजगार देने की बात करते थे ,किसानों को खेती को लाभ का धंधा बनाने की ,किसानों की आय दोगुनी की बात करते थे।आज आपने मोदी जी से कभी किसानों की ,रोजगार की बात कभी सुनी।आज ये गुमराह करने के लिये कभी पाकिस्तान की बात करते हैं ,कभी राष्ट्रवाद की बात करते हैं।जिनकी पार्टी में एक भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं हुआ वो देश को और कांग्रेस को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाने चले है।
आज पेट्रोल-डीजल की कीमत ₹100 के करीब पहुंचने वाली है ,कितनी महंगाई बढ़ चुकी है।आप इस सच्चाई को समझिए।आप भले कमलनाथ का ,कांग्रेस का साथ मत दीजिए लेकिन सच्चाई का साथ जरूर दीजिए।आगामी समय नगरीय निकाय चुनाव का है।आपको तय करना है कि हमारा प्रदेश किस रास्ते पर जाएगा।हमारे देश की संस्कृति के रास्ते पर या मोदी जी के रास्ते पर।हमारे देश की व कांग्रेस की संस्कृति संस्कृति देश को जोड़ने की ,समाज को जोड़ने की ,विभिन्न धर्म-जाति को जोड़ने की है।विश्व में भारत जैसा कोई देश नहीं जहाँ इतनी विभिन्नताएँ है लेकिन हम सब एक झंडे के नीचे आज खड़े है।हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री तो घोषणावीर हैं।जब तक झूठ नहीं बोले तब तक उनका खाना हजम नहीं होता है।15 हज़ार झूठी घोषणाए उनके नाम दर्ज है।क्या हमारा प्रदेश कलाकारी से सुरक्षित रहेगा।शिवराज जी को मैं तो कहता हूं कि मुंबई चले जाइए ,कलाकारी में प्रदेश का नाम कम से कम रोशन करेंगे।
यह तस्वीर आपके सामने है। सभा को पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव , सज्जन वर्मा , जीतू पटवारी , अंतर सिंह दरबार , युवक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने भी संबोधित किया। किसान सम्मेलन के पूर्व विधायक विशाल पटेल ने हलधर देकर कमलनाथ जी का भव्य स्वागत किया। ट्रैक्टर रैली व किसान सम्मेलन में पूर्व मंत्री बाला बच्चन ,विजयलक्ष्मी साधो ,मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ,शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ,विधायक संजय शुक्ला ,पंडित कृपाशंकर शुक्ला ,के के मिश्रा ,अश्विन जोशी ,सुरेश मिंडा , अर्चना जायसवाल आदि शामिल थे।
नरेंद्र सलूजा
मीडिया समन्वयक