खासगी ट्रस्ट के संबंध में उच्च न्यायालय के निर्णय आने के बाद मुख्यमंत्री ने ली उच्च स्तरीय बैठक। उच्च स्तरीय बैठक में सीएस, डीजीपी, मुख्यमंत्री के पीएस, ओएसडी मकरंद देउसकर, डीजी ईओडब्ल्यू बैठक में शामिल हुए। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि खासगी ट्रस्ट की जो संपत्ति बेची गई है, उन पर अवैध निर्माण हुआ है। खुर्दबुर्द करने के आरोप लगे है, इसकी जांच अब ईओडब्ल्यू करेगी। ट्रस्ट की संपत्ति जिन व्यक्तियों के द्वारा अवैध रूप से बेची गई है उन पर सरकार कार्यवाई करेगी । ट्रस्ट की संपत्तियों को वापस लेने का हर संभव प्रयास सरकार करेगी। खासगी ट्रस्ट की संपत्तियों पर जो निर्माण हुआ है उन्हें हटा कर उनकी मूल स्थिति में पहुंचाया जाए। ट्रस्ट की संपत्तियों को वापस लेने के लिए स्पेशल पुलिस स्क्वाड, रिवेन्यू की एक टीम का गठन किया जाए। खासगी ट्रस्ट की 246 संपत्तियां हैं जिसमें 138 मंदिर, 18 धर्मशालाएं, 34 घाट, 12 छतरियां, 24 बगीचे एवं कुंड आदि शामिल है । यह संपत्ति देश प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हैं।