आदिवासियों के जननायक टंट्या भील का किया सरकार ने अपमान, वोट बटोरने के लिए दिखाई गई सद्भावना की उजागर – संजय शुक्ला

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इंदौर। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा आदिवासियों के जननायक टंट्या भील का अपमान किया गया। आदिवासियों के वोट जुटाने के लिए सरकार के द्वारा जो सद्भावना का नकली प्रदर्शन किया जा रहा था उसकी हकीकत इंदौर में उजागर हो गई है।

शुक्ला ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा रविवार को टंट्या भील की प्रतिमा का भंवरकुआं चौराहे पर लोकार्पण किया गया। उसके बाद में नेहरू स्टेडियम में आदिवासी सम्मेलन में भाग लिया गया। इस सम्मेलन के लिए पूरे इंदौर उज्जैन संभाग से बसे लगाकर आदिवासियों को झूठ बोलकर लाया गया। इन आदिवासियों को रिझाने के लिए सरकार के द्वारा नेहरू स्टेडियम के द्वार पर और अंदर टंट्या भील के बड़े-बड़े कटआउट लगाए गए। यह आयोजन निकलने के बाद अब एक बार फिर आदिवासी समाज के आदर्श का अपमान करने का काम मध्य प्रदेश सरकार और इंदौर नगर निगम के द्वारा शुरू कर दिया गया है।

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शुक्ला ने कहा कि नेहरू स्टेडियम के बाहर लगे हुए टंट्या भील के कटआउट को निकालकर कचरे की तरह जमीन पर पटक दिया गया। बाद में निगम की गाड़ी में उठाकर उसे टचिंग ग्राउंड भेज दिया गया। सरकार और निगम की ओर से जननायक टंट्या भील के कटआउट के साथ अपमानजनक व्यवहार करते हुए आदिवासी समाज को अपनी हकीकत प्रदर्शित कर दी गई है।