कोरोना महामारी के चलते सरकार ने नए निर्देश दिए। इन निर्देशों को सख्ती से पालन करने की हिदायत स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को दी गई है। साथ ही सरकार के नए निर्देशों के अनुसार अब मृतक के परिजन अंतिम संस्कार कर सकेंगे। वही कोविड के मृतक के शव को शमशान ले जाने के लिए परिजनों को घंटों वाहन का इंतजार नहीं करना होगा। बल्कि अब वे होने स्तर वाहन की व्यवस्था कर सकते है।
कोरोना वायरस के चलते सारे पूजा-पाठ और रीति-रिवाज के तौर-तरीको में बदलाव आये है। वही कोविड संक्रमित मरीज के अंतिम संस्कार में सबसे बड़ा बदलाव ये देखने मिला कि सरकार की जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक परिजनों को बॉडीकागजों में हैंडओवर करने के बाद अंतिम क्रिया संबंधी सभी काम सरकारी स्तर पर होते थे। और परिजनों को दूर से ही हाथ जोड़ कर अंतिम विदाई दे सकते थे।
सरकार द्वारा जारी किये गए निर्देश कुछ इस प्रकार से है:-
* कोरोना मरीज के शव को लेने के लिए अधिकतम 5 परिजनों को अनुमति होगी।
* मृतक के परिजनों को खुद पीपीई किट की व्यवस्ता करनी होगी।
* कोरोना मरीज के शव को निजी वाहन या एम्बुलेंस से सीधा श्मशान ले जाएंगे।
* मृतक के शव को घर नहीं ले जा सकते और ना ही कहीं रख सकते।
* शव को पीपीई किट से बाहर नहीं निकाला जाएगा।
* अंतिम संस्कार के बाद श्मशान या कब्रिस्तान, एम्बुलेंस आदि सेनेटाइजर होगा।
* 30 मिनिट बाद हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कर रवाना की जाएगी।
* अंतिम क्रिया के बाद शव की राख पात्र में टेग लगवाकर सुरक्षित रखी जाएगी।
*अंतिम संस्कार होने तक नगर निगम के दो कार्मिक परिजनों के साथ मौजूद रहेंगे।