इंदौर। कोरोना के कारण विगत 5 माह से शासकीय विभागों में जनसुनवाई से लेकर अन्य कार्य बंद पड़े है। जिसके चलते न तो जनता से जुड़े कार्य हो पा रहे है और न ही उनकी सुनवाई हो रही है। जैसे जैसे शहर की स्थिति सामान्य होती जा रही है , जनता की समस्यों को सुनने के लिए अफसरों को कार्यलयों में भी बैठना अनिवार्य किया जा रहा है। नगर निगम इसकी शुरुआत कर दी है। निगम आयुक्त ने अफसरों को निर्देश जारी किए है कि फरमान जारी किया है कि नागरिकों
की दिन-प्रतिदिन की समस्याओं की सुनवाई तथा उनके निराकरण के लिए समस्त अपर आयुक्त दोपहर 3.00 से शाम 5.30 बजे तक निगम मुख्यालय स्थित अपने
कार्यालय में अनिवार्य रूप से बैठेंगे ओर जनता की सुनवाई करेंगे।
जनता को सुने समस्या सुलझाएं
निगम आयुक्त ने इस मामले में फरमान भी जारी कर दिया है। उन्होंने अपने फरमान में लिखा हे – निगम में पदस्थ समस्त अपर आयुक्त विभिन्न कार्यो के व समस्याओं के लिए निगम में आने वाले नागरिकों से मुलाकात करे तथा उनकी समस्याओं की सुनवाई करे ओर उनकी समस्याओं का नियमानुसार त्वरित निराकरण के करे।
3 से साढ़े 5 बजे तक अपने दफ्तर में ही रहे
निगम आयुक्त ने कहा कि नागरिकों की समस्या सुनने के लिए सुनवाई करने के लिए निगम में पदस्थ एवं कार्यरत समस्त अपर आयुक्त दोपहर 3.00 से 5.30 बजे तक निगम मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में आवश्यक रूप से उपस्थित रहते हुए उल्लेखानुसार विभागीय कार्यवाहियाँ नियत करावेंगे ।
उपयुक्त भी मौजूद रहेंगे अपने कार्यालयों में
निगम आयुक्त ने यह भी साफ किया है कि अपरिहार्य स्थिति को छोडकर समस्त उपायुक्त भी नियमित रूप से अपने कार्यालयीन समय में कार्यालय में उपस्थित रहकर उपरोक्तानुसार विभागीय एवं जनसमस्याओं के निराकरण संबंधी नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।
ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है।