शिक्षक बनने का का सपना देख रहे उम्मीदवारो के लिए बड़ी खबर है प्रदेश के शासकीय स्कूल में शिक्षकों की भर्ती की जा रही है,अक्टूबर महीने से प्रदेश में 18000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती होनी है, वही शासकीय स्कूलों में रिक्त पदों की बात करें तो मध्य प्रदेश में 80000 शिक्षकों के पद खाली हैं। भारत की शिक्षा रिपोर्ट 2021 में मध्यप्रदेश के स्कूली शिक्षा व्यवस्था को काफी कम अंक दिए गए हैं। वहीं प्रदेश के स्कूलों में 60000 से अधिक शिक्षकों की कमी का सीधा सीधा असर छात्रों के भविष्य पर पड़ रहा है।
सरकारी आंकड़ों की माने तो ग्रामीण क्षेत्र के 54% स्कूल ऐसे हैं, जहां शिक्षक मौजूद ही नहीं है। प्रदेश में 4 साल तक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जारी रही है लेकिन शिक्षकों की कमी को पूरा नहीं किया जा सका है। 2018 में भाजपा सरकार आने के बाद मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया था। वर्ग 1 और 2 परीक्षा के आयोजन के बीच कांग्रेस की सरकार द्वारा भर्ती अगस्त और अक्टूबर 2019 में परीक्षा परिणाम घोषित किए गए।
इसके लिए उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षकों के 20000 पदों पर भर्ती होने के बावजूद 60 हजार पद रिक्त रह जायेंगे। हालांकि अभ्यर्थी द्वारा लगातार शासन से पद वृद्धि की मांग की जा रही है राज्य शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के निर्देश पर अभी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 18527 पदों पर प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
इसी बीच स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उच्च माध्यमिक माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अक्टूबर से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
इसके अलावा अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भी कयास लगाए जा रहे है, कई पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का सीधा सीधा असर छात्रों के भविष्य पर पड़ेगा,स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 7429 पदों पर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। वहीं जनजातीय कार्य विभाग की 11058 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाएगी। जिसमें कुल भर्ती 18527 पदों पर होनी है।वहीं विभागीय अधिकारियों की मानें तो इस सत्र के अंत तक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी। जल्द ही शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती भी कर ली जाएगी। उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक के साथ कॉउन्सिलिंग की मांग कर रहे अभ्यर्थियों द्वारा एक बार फिर से ज्ञापन सौंपा गया है। अभ्यर्थियों द्वारा प्राथमिक शिक्षक के 51000 पदों पर भर्ती की मांग की जा रही है।