हरितालिका तीज पर विशेष

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विजय अड़ीचवाल

हरतालिका तीज व्रत आज 9 सितम्बर गुरुवार को है।
आज हस्त नक्षत्र भी है।
आज मन्वादि तिथि है।
आज भगवान वराह जयंती भी है।
आज सामवेदियों का उपकर्म पर्व है।
तृतीया तिथि 8 सितम्बर बुधवार की रात्रि 3:53 बजे से शुरू होगी, जो 9 सितम्बर गुरुवार की रात्रि 2:06 तक रहेगी।
इसी प्रकार हस्त नक्षत्र भी 8 सितम्बर बुधवार को सायं 6:42 बजे शुरू होगा जो 9 सितम्बर गुरुवार को सायं 6:00 बजे तक रहेगा।
आज हस्त नक्षत्र 9 सितम्बर गुरुवार को सायं 6:00 बजे तक होने के कारण प्रथम पूजा सायं 6:00 बजे के पूर्व होगी।
आज रवि योग दोपहर 2:33 बजे से है।

सौभाग्यवती स्त्रियां अपने अखण्ड सौभाग्य की रक्षा के लिए बड़ी श्रद्धा, विश्वास और लगन के साथ हरितालिका व्रत का उत्सव मनाती हैं। जिस त्याग, तपस्या और निष्ठा के साथ स्त्रियां यह व्रत रखती है, वह बड़ा ही कठिन है। इसमें स्त्रियां जल तक ग्रहण नहीं करतीं हैं। देवी पार्वती ने शिवजी को प्राप्त करने के लिए भाद्रपद शुक्ल तृतीया, हस्त नक्षत्र में आराधना प्रारम्भ की थी, इसलिए इस तिथि को यह व्रत किया जाता है। तभी से भाद्रपद शुक्ल तृतीया को स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु के लिए तथा कुॅंवारी कन्या अपने मनोवाञ्छित वर की प्राप्ति के लिए हरितालिका तीज का व्रत करती हैं। इस व्रत के अनुष्ठान से नारी को अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। हरितालिका के दिन “महापात दोष” सायं 6:51 बजे से 10:53 बजे तक है। इस दौरान कोई भी शुभ मांगलिक कार्य, मुहूर्त्त सम्पादित करना निषेध है।