इस कड़ाके की ठण्ड और कोरोना काल जैसे विपरीत समय पर भी किसानों का प्रदर्शन जारी है। सरकार और किसान द्वारा 5 दौर से ज्यादा की बैठक के बाद भी इस बिल पर सहमति नहीं बनी, जिसके बाद किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने का फैसला लिया। लेकिन ऐसे में अब तक कई किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। अभी हाल ही में मंगलवार को एक किसान की प्रदर्शन के दौरान मौत हो गई। इससे पहले भी देर रात को पटियाला जिले के सफेद गांव में एक सड़क हादसा हो गया। जिसमें 2 किसानों की धरना देकर लौटते वक्त मौत हो गई थी।
साथ ही कई किसान इस हादसे में घायल भी हो गए थे। आपको बता दे, जिन दो किसानों की मौत हुई है उनके नाम लाभ सिंह और गुरप्रीत सिंह है। जिसमें से एक की उम्र 23 है। जो अकेला कमाने वाला था। कहा जा रहा है कि किसान दिल्ली में धरना देकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से वापस घर लौट रहे थे, तभी उनकी टक्कर ट्रक से हो गई।
इसके अलावा आज सिंघु बॉर्डर के उषा टॉवर के सामने एक किसान की मौत हो गई। जिसकी पहचान गुरमीत निवासी मोहाली बताई गई है। इसकी सुचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुँच गई थी। जानकारी के अनुसार, सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर अब तक चार किसानों की मौत हो चुकी है। वहीं पुलिस ने गुरमीत के शव को क़ब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल सोनीपत भिजवाया है। साथ ही इस मामले की जांच की जा रही है।