Krishna Janmashtami 2023: श्री कृष्ण, भारतीय पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण अवतार है, जिन्होंने अपने जीवन में अद्वितीय लीलाएँ और मौजूदगी के साथ मानवता को अपनी दिव्यता दिखाई। उनका जन्म मथुरा में हुआ था और उनका बचपन वृंदावन में गोपियों के साथ बिता। यहां हम उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को जानेंगे ।
1. श्री कृष्ण का जन्म: भगवान श्री कृष्ण का जन्म धर्मिक ग्रंथों के अनुसार मथुरा में हुआ था। उनके जन्म का दिन जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है और यह पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है।
2. बाल लीलाएँ: श्री कृष्ण के बचपन की लीलाएँ वृंदावन में गोपियों के साथ खेलने और मधुर रासलीलाओं की हैं। उनके मोहन रूप और नाटकीय गुणों ने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया।
3. द्वारका के राजा: श्री कृष्ण ने द्वारका में वास किया और यहां द्वारका के राजा के रूप में जीवन बिताया। वहां उन्होंने अपने भक्तों को धर्म के मार्ग पर चलाने के लिए मार्गदर्शन किया और महाभारत के समय अर्जुन को भगवद गीता का उपदेश दिया।
4. जगन्नाथ मंदिर, पुरी: श्री कृष्ण के और उनके बहन-भाई की तस्वीरें पुरी के जगन्नाथ मंदिर में पूजी जाती हैं। इस मंदिर का निर्माण भी श्री कृष्ण के समय हुआ था और यहां के परमात्मा के रूप में पूजा जाता है।
श्री कृष्ण का जीवन और उनकी लीलाएँ हमारे जीवन के मार्गदर्शक हैं और उनका जीवन एक उदाहरण स्त्रोत है, जो हमें धर्म, भक्ति, और नैतिकता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।