अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनने के बाद अब काषी और मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मामला तेज हो गया है। इसी को लेकर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज सुनवाई की है। दरअसल, हिंदू पक्ष ने अर्जी दाखिल कर विवादित परिसर का रेवेन्यू सर्वे कराए जाने की मांग की है। इस पर मस्जिद पक्ष ने आपत्ति दाखिल करने के लिए समय मांगा था।
आपको बता दें इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति मयंक कुमार जैन कर रहे हैं। वहीं मामले पर हिंदू पक्ष का कहना है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान मस्जिद के नीचे है और वहां कई संकेत हैं, जो स्थापित करते हैं कि मस्जिद एक हिंदू मंदिर था। इसके अलावा मस्जिद के नीचे एक कमल के आकार का स्तंभ और श्शेषनागश् की एक छवि भी मौजूद है, जो हिंदू देवताओं में से एक हैं।
जानकारी के लिए बता दें काशी और मथुरा का विवाद भी कुछ-कुछ अयोध्या की तरह ही है। हिंदुओं की माने तो काशी और मथुरा में औरंगजेब ने मंदिर तुड़वाकर वहां मस्जिद बनवाई थी।औरंगजेब ने काशी में विश्वनाथ मंदिर तुड़वाकर ज्ञानवापी मस्जिद तो वहीं मथुरा का भगवा केशवदेव का मंदिर था तोड़कर शाही ईदगाह मस्जिद बनावा दी थी।
गौरतलब है कि कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति फैसले के खिलाफ मस्जिद पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की है, जिसमें आदेश के क्रियान्वयन पर रोक लगी है। इसके कारण कमिश्नर की रूपरेखा अभी तय नहीं की जा सकी है।