हारियाणा के हिसार से बीजेपी सांसद बृजेंद्र सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने निर्णय के लिए सम्मोहक राजनीतिक कारणों को जिम्मेदार ठहराया। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गये। उन्होनें एक्स पर एक पोस्ट लिखा जिसमें कहा मैंने मजबूर राजनीतिक कारणों से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मुझे सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और श्री अमित शाह का आभार व्यक्त करता हूं।
बिजेंद्र सिंह के पार्टी में शामिल होने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन, मुकुल वासनिक और दीपक बाबरिया पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर मौजूद थे।सिंह ने एएनआई को बताया, 2 अक्टूबर को जींद की रैली में जो एक मुद्दा उठाया गया था, वह हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी के गठबंधन के बारे में था। इसके बारे में एक निर्णय लिया गया था और यह भी एक कारण है (बीजेपी छोड़ने का)।
आपको बता दें बृजेंद्र सिंह एक पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं, जिन्होंने 21 वर्षों तक देश की सेवा करने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।1998 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल की।बृजेंद्र सिंह ने जेनयू से आधुनिक इतिहास में एमए किया था। वह हरियाणा के जिंद के मूल निवासी हैं।बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं. वह जाट आइकन छोटू राम के परपोते हैं।
बृजेंद्र सिंह ने 2019 में चुनावी शुरुआत की। अपने अभियान के दौरान उन्होंने कहा था कि वह भाई-भतीजावाद की उपज नहीं हैं। हालांकि उनके इस फैसले पर शिव सेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इंडिया ब्लॉक में उनका स्वागत किया। उन्होनें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “बृजेंद्र सिंह जी को हरियाणा से टीम इंडिया का हिस्सा बनते देखकर खुशी हुई। वह एक कुशल पूर्व नौकरशाह, एक सफल सांसद हैं, उनकी उपस्थिति निश्चित रूप से गठबंधन के लिए मूल्य बढ़ाएगी,