कोरोना के बढ़ते मामले और राज्य सरकार के ढीले रवैये से सुप्रीम कोर्ट काफी नाराज है। सुप्रीम कोर्ट ने तीनो राज्य दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र से तीनों से राज्यों से कोरोना के बढ़ते मामले पर के प्रबंधन, मरीजों के उपचार एवं सुविधा और अन्य व्यवस्थाओं पर रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा कि तीनो राज्यों में लापरवाही के कारण मामले तेजी से बढ़ रहे है और तीनो राज्यों में हालत बत से बद्तर होती जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अशोक भूषण ने अपने आदेश में कहा कि दिल्ली की हालत बहुत ख़राब होते जा रही है। सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल ने बतया कि यह केंद्र सरकार और दिल्ली के बीच का मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि 15 नवंबर को गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एवं अन्य व्यवस्था लिए कुछ अहम दिशा निर्देश जारी किया है और महत्वपूर्ण कदम उठाये है। लेकिन दिल्ली सरकार और काम करने की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने असम को भी आदेश किया है अपनी रिपोर्ट देने के लिए। इस मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार जो होगी।
आपको बता दे की देश में पिछले 24 घंटो के अंदर 44059 नए कोरोना के मामले दर्ज किये गए है। यह मामले में रविवार को दर्ज किये गए है। पिछले 24 घंटो में 511 नई मौतें भी हुई। अभी भारत में एक्टिव मामले की संख्या 4.5 लाख से नीचे पहुंच गई है। सोमवार को भारत में एक्टिव मामलों की संख्या 4,43,486 रह गई।