आज से सावन शुरू हो गया हैं। श्रावण मास भगवान महादेव को बेहद प्रिय होता है। हालांकि इस महीने में विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य तो स्थगित रहते हैं परंतु इसके बावजूद सावन मास में धार्मिक कृत्य होते रहते हैं। सावन का महीना हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीना माना जाता है।
इस महीने में भगवान शिव की पूजा आराधना की जाती है। साथ ही इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। सावन के महीने में व्रत, उपासना और नियमों का पालन विशेष रूप से किया जाता है। सावन के महीने में भूलकर भी कुछ काम नहीं करना चाहिए।
-सावन के पवित्र महीने में खाने-पीने की चीजों में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। पवित्र महीने में मांस-मछली खाने से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा खाने में लहसुन-प्याज का भी प्रयोग करना भी वर्जित होता है। सावन में सादा भोजन करना चाहिए।
-कभी भी शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए। शिवलिंग पुरुष तत्व से संबंधित है।
-सावन में हरी पत्तेदार सब्जियों का त्याग करना अच्छा माना जाता है क्योंकि सावन में हरी सब्जियों में पित्त बढ़ाने वाले तत्व की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा सावन के महीने में कीट-पतंगों की संख्या बढ़ जाती है जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।
-सावन में बैंगन खाना अच्छा नहीं माना गया है। बैंगन को शास्त्रों में अशुद्ध कहा गया है। वैज्ञानिक कारण के नजरिए से देखें तो सावन में बैंगन में कीड़े अधिक लगते हैं। ऐसे में बैंगन का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
-सावन के महीनों में दूध का सेवन कम करना चाहिए। यही बात बताने के लिए सावन में शिव जी का दूध से अभिषेक करने की परंपरा शुरू हुई। वैज्ञानिक मत के अनुसार इन दिनों दूध पित्त बढ़ाने का काम करता है।