कोरोना महामारी के बीच हुए चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में कुल 822 विधानसभा सीटों पर चुनाव की मतगणना चल रही है। ऐसे में बंगाल के चुनावी परिणामों को देखकर यह अनुमान लगाया गया है कि ममता बनर्जी तीसरी बार मुख्यमंत्री बन सकती हैं। टीएमसी पार्टी अभी भी 200 के पार चल रही है, और बंगाल में एक बार फिर ममता बनर्जी की सरकार आना तय हो गया है, और बंगाल में हुआ इस जीत पर शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी अपना पक्ष रखा है।
बंगाल में मतगणना परिणामों और टीएमसी की जीत के बाद संजय राउत ने कहा है कि “बंगाल की जनता ने बिना किसी दबाव में आए मतदान किया और बंगाल की अस्मिता की रक्षा किया, इतना ही नहीं आगे उन्होंने कहा कि बंगाल के चुनाव नतीजे बताते हैं कि देश मे लोकतंत्र अमर है और अलग प्रकाश पैदा करेगा, एक अकेली शेरनी लड़ती रहीं, लगातार उन पर दबाव डाला गया, उनके नेताओं को तोड़ा गया, केंद्रीय एजेंसियों का दबाव डाला गया।”
ममता बनर्जी की जीत पर उन्होंने कहा कि – ‘चुनाव में हार-जीत होती है. बीजेपी ने मेहनत जरूर की, पूरी यंत्रणा लगा दी लेकिन दीदी भारी पड़ गईं’ इतना ही नहीं आगे उन्होंने बीजेपी पर अपना निशाना साधते हुए कहा कि ‘बीजेपी की प्रतिष्ठा की दांव पर लगी थी, पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा कोरोना प्रोटोकॉल तोड़कर रैलियां कर रहे थे, हम कोरोना से लड़ रहे थे और बीजेपी ममता से लड़ रही थी, ममता ने साबित किया है कि दिल्ली से आकर कोई भी राज्य में दादागिरी नहीं कर सकता, चाहे बंगाल हो या महाराष्ट्र।’ साथ ही उन्होंने उद्धव सरकार के ममता दीदी के साथ होने की बात भी कही है।