नई दिल्ली: देश में एक और जिस तेज़ी से कोरोना महामारी फैलती जा रही है, दूसरी ओर देश में वैक्सीन टीकाकरण भी उतनी ही तेज़ी से चल रहा है, ऐसे में देश भर के मुस्लिमों का सबसे पाक रमजान का महीना चल रहा है, लेकिन इस वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण सभी मुस्लिम धर्म के लोग अपने घर में ही इबादत करेंगे, ऐसे में देश में चल रहा वैक्सीन अभियान जोरो शोरो से चल रहा है, और इस रमजान के महीने में कोई रोज़ेदार वैक्सीन का टीका लगवाने से न हिचके इसके लिए सुन्नी धर्म गुरु की ओर से ‘फतवा’ जारी हुआ है।
1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु को वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है, और यह रमजान का महीना है, इसके लिए सुन्नी धर्म गुरु की ओर से ‘फतवा’ जारी किया गया है उसमे ये साफ़ जाहिर किया गया है कि रोजे की स्थिति में भी टीकाकरण कराया जा सकता है। यह फतवा मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की ओर से 13 अप्रैल को जारी हुआ है।
रोजे में वैक्सीन लगवाने को लेकर कई प्रश्न उठ रहे थे लेकिन इस फतवे में ये साफ़ बता दिया गया है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से रोजा नहीं टूटता है क्योंकि वैक्सीन नसों में दाखिल होती है, पेट में नहीं। और इससे रोज़ा भी नहीं टूटता है।