सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अब इस केस की जांच सीबीआई कर रही है। वहीं ईडी भी इस मामले में पूरी तरह से फाइनेंशियल एंगल को लेकर जांच कर रही है। इस जांच में कई तरह के खुलासे होते जा रहे हैं। वहीं एक और बड़ा खुलासा रिया ने ईडी को बताते हुए हाल ही में किया है। जानकारी के मुताबिक, 2019 में रिया और सुशांत सिंह दोनों ही यूरोप घुमन गए थे। अब इस ट्रिप को लेकर पहली बार रिया चक्रवर्ती ने ईडी के अधिकारियों को बयान दिया है। बयान देते हुए रिया ने बताया है कि अक्टूबर 2019 में यूरोप ट्रिप के दौरान हम दोनों इटली के फ्लोरेंस में छुट्टियां मनाने के लिए गए थे। फ्लोरेंस में हम लोग एक ऐसे हेरिटेज होटल में ठहरे, जो करीब 600 साल पुराना है। उस होटल में काफी बड़े-बड़े कमरे थे। दीवारों पर कुछ पुरानी पेंटिंग्स थीं। उन पेंटिंग्स को देख कर अचानक सुशांत रुद्राक्ष की माला जपने लगे थे। उसके बाद उनकी मानसिक स्थिति खराब हुई थी, जो बीतते वक्त के साथ-साथ और बिगड़ती चली गई।
बताया गया कि एक वक्त ऐसा आया कि सुशांत को संभालना रिया के लिए मुश्किल होने लगा था। एक वक्त के बाद रिया को भी साइकिएट्रिस्ट से काउंसिलिंग की जरूरत पड़ने लगी थी। रिया ने आगे बताया कि मैं अपने भाई शौविक चक्रवर्ती के साथ दूसरे कमरे में थी, लेकिन जब वापस लौटी तो देखा कि सुशांत ने हाथ में एक रूद्राक्ष लिया हुआ है और कुछ मंत्र पढ़ रहे हैं। वो काफी घबराए हुए से लग रहे थे। मैंने जब उनसे पूछा कि क्या हुआ, तो सुशांत ने बताया कि वो दीवार पर लटकी पेंटिंग्स में छपे कैरेक्टर को देख रहा है। लेकिन वो स्पष्ट तौर पर उस बारे में कुछ नहीं बता पाए। सुशांत पसीना-पसीना हो गए थे। ये देखकर मैं भी डर गई। मेरा भाई भी घबरा गया। हम सुशांत को उसके कमरे से बाहर ले गए। बाद में जब वो नॉर्मल हुए थे मैंने दोबारा पूछा कि क्या हुआ था। सुशांत ने बस इतना कहा कि वो चौंकाने वाला था।
रिया ने आगे बताया कि जिस होटल में हम रुके थे, वहां इटली के एक पुरातात्विक चित्रकार फंसीसीको गोया की एक पेंटिंग टंगी थी। उस पेंटिंग में एक राक्षस एक बच्चे को खा रहा है, कुछ ऐसा ही दिखाया गया था। ये पेंटिंग Saturn Devouring His Son की थी। इसी पेंटिंग को देखकर सुशांत घबरा गए थे। सुशांत बार-बार कह रहे थे कि इस पेंटिंग में भूत है और वो भूत उसे खा जाएगा। वहीं रिया ने आगे बताया कि इसके बाद मैं और शौविक उस रात सुशांत के कमरे में उसके साथ ही सोए। उन पेंटिंग्स को लेकर सुशांत लगातार बात कर रहे थे, लेकिन मैंने उन्हें संभाला और कहा कि ये महज उनका भ्रम है। इसके बाद अगले दिन मैं, सुशांत और शौविक ऑस्ट्रिया में डिटॉक्स सेंटर के लिए निकल गए। लेकिन, वहां भी सुशांत कुछ अच्छा महसूस नहीं कर रहे थे। यूरोप ट्रिप 2 नंवबर 2019 को खत्म होने वाला था। हम 28 अक्टूबर 2019 को ही मुंबई लौट आए।
दरअसल, बांद्रा लौटने के बाद से सुशांत अपने कमरे में अकेले रहने लगे। अंदर से चिल्लाने और रोने की आवाजें आती थी। ये कुछ दिन चला. इसके बाद हमने तय किया कि सुशांत को मानसिक रोग के डॉक्टर को दिखाया जाए, सुशांत किसी भी डॉक्टर के साथ कंफर्टेबल नहीं हो रहे थे। इसलिए हमने एक के बाद दूसरा डॉक्टर बदलना शुरू किया। ट्रिप से लौटने के बाद से सुशांत खुद को बेजान सा महसूस कर रहे थे। वो कई दिनों तक चुप-चुप से रहे. इसके बाद तबीयत खराब रहने लगी। उसके बाद रिया ने बताया कि वो खुद भी डिप्रेशन में रहने लगी और 8 जून को खुद सुशांत ने उससे कहा कि वो अपने घर चली जाए, ताकि वो (रिया) कुछ संभल पाए।