भोपाल : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने बताया है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुला गांधी ने महिला कांग्रेस के 38 वे स्थापना दिवस पर आरएसएस व भाजपा को लेकर जो भी कहा वह पूरी तरह से सच है। भाजपा सिर्फ वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने व एनसीआरबी के आये ताजा आंकड़ों से ध्यान भटकाने के लिए उनके बयान को मुद्दा बना रही है। सलूजा ने बताया कि राहुल गांधी ने ठीक ही कहा है कि ‘‘भाजपा और आरएसएस महिला शक्ति को दबाते हैं, भय और डर का माहौल पैदा करते हैं। इनके संगठन में महिलाओं के लिए कोई स्थान नहीं। यह धर्म का उपयोग सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए करते हैं, इनसे किसान, महिलाएं सब डरे हुए हैं। हमारी और इनकी विचारधारा अलग-अलग है।
हमारी विचारधारा गांधी जी की अहिंसा की है और इनकी विचारधारा सावरकर और गोडसे की है। हम इनकी विचारधाराा से समझौता नहीं कर सकते। हमें इनकी विचारधारा से प्रेम से लड़ना होगा नफरत से नहीं।’’ आज पूरा देश जानता है कि जब से देश में भाजपा की सरकार आयी है, वह समाज को समाज से और भाई को भाई से लड़वाने का काम कर रही है। आज वास्तविक मुद्दों को छोड़ धार्मिक भावनाओं को हवा दी जा रही है और यह सच्चाई है, जो राहुल गांधी जी ने कहा ठीक कहा है। सलूजा ने कहा कि भाजपा जानबूझ कर इस मुद्दे को हवा दे रही है, क्योंकि मोदी सरकार द्वारा जारी एनसीआरबी की रिपोर्ट में राहुल गांधी जी ने जो कहा, वह साबित हो गया है। बहन-बेटियां इनके राज में सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं।
यदि 2020 के जारी आंकड़ों की बात की जाये तो मप्र से 7230 नाबालिग लड़किया गायब हुई हैं, प्रतिदिन 77 बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं घट रही है, 46 बच्चे अपहरण, दुष्कर्म और गंभीर अपराध के शिकार हो रहे हैं। इस रिपोर्ट ने इनकी पोल खोल कर रख दी है। इसलिए राहुल गांधी के बयान को लेकर भाजपा ध्यान इन मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम कर रही है। ये राहुल गांधी जी को फिरोज गांधी का पोता बता रहे हैं। मेनका गांधी और वरूण गांधी भी उसी परिवार से हैं, यदि इन्हें फिरोज गांधी से नफरत है तो मेनका गांधी और वरूण गांधी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। सलूजा ने रामेश्वर शर्मा के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वे मानसिक रूप से कमजोर हो चुके हैं, उन्हें किसी मनोचिकित्सालय में भर्ती कराना चाहिए और उनके इलाज का पूरा खर्च कांग्रेस उठाने को तैयार है। देश की जनता जानती है कि भाजपा के लोग चुनाव के समय ही धार्मिक पर्यटन पर जाते है, चुनाव को देखते हुए ही टीका-टोपी लगाने लगते है।