कुछ लोग अपने जीवन में ग्रहो की उपस्थिति को नहीं मानते है लेकिन गृह हमारे जीवन में काफी महत्वपूर्ण होते है और काफी एहमियत भी रखते है। उसी प्रकार चन्द्रमा भी एक गृह है जो की हमारे मन का स्वामी होता है। चंद्रमाँ गृह हमारे मन को भी प्रभवित करता है। चन्द्रमा का हमारे जीवन में इतना ज्यादा प्रभाव होता है की जब भी चन्द्रमा दूषित होता है तो मानसिक समस्याएं व्यक्ति को खूब परेशान करती हैं। बता देखी चन्द्रमा को सबसे ज्यादा दूषित करने वाला कारण राहु है। जी हां अगर राहु और चन्द्रमा का योग हो तो इसे शुद्ध रूप से ग्रहण योग कहना चाहिए। क्योकि चन्द्रमा शनि या चन्द्रमा केतु के योग को ग्रहण योग नहीं कहा जा सकता है। और ग्रहण योग जब भी कुंडली में हो तो जीवन में सिर्फ समस्याऐ ही उत्पन्न होती है।
ग्रहण के कारण से होने वाली समस्या
जब भी चंद्र ग्रहण होता है तो व्यक्ति को सबसे ज्यादा मन की समस्याएँ परेशान करती हैं। ग्रहण के समय में व्यक्ति को अपने मन की और कल्पना की समस्याएं परेशान करती हैं। इस तरह की समस्या के कारण व्यक्ति आमतौर पर भूत-प्रेत बाधा की शिकायत करता रहता है। इतना ही नहीं कभी कभी तो नींद न आने की समस्या भी होती है।
ग्रहण से बचने के कुछ सामान्य उपाय
अगर आप ग्रहण के कारण परेशान रहते है तो सबसे पहले हर हाल में नशा करना और तीखी चीज़ें खाना बंद कर दें। साथ ही सुबह 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें। हो सके तो हाथ में एक चांदी का छल्ला दाहिने हाथ के अंगूठे में पहनें।
यदि ग्रहण योग से दाम्पत्य जीवन में समस्याऐ आ रही है तो दाम्पत्य जीवन नर्क बन जाता है। आपके घर में बिना किसी ठोस कारण के समस्याएं होने लगती हैं। इतना ही नहीं ग्रहण योग के कारण ही पति पत्नी में शक जैसी चीजें भी पैदा होती हैं। इसके भी कुछ उपाय है
उपाय
1.गृहन के योग से बचने के लिए घर में नियमित रूप से शिव पार्वती की उपासना करें।
2.दूसरा और आसान उपाय सोमवार को खीर जरूर खाएं।
3. यदि आपके रहने के स्थान में ज्यादा मार्बल या पत्थर लगे है तो वह न रहे।