कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के मौन धरने पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई हैं। यह एफआईआर बगैर सूचना और इजाज़त के धरना देने पर हजरतगंज पुलिस ने दी हैं। बता दें इस मुक़दमे को लेकर प्रियंका गांधी को आरोपी नहीं बनाया गया है। यह एफआईआर 500 लोगों पर दर्ज की गई हैं। जिसमे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, वेदप्रकाश त्रिपाठी, दिलप्रीत सिंह भी शामिल हैं। इसमें धारा-144 के उल्लंघन, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, महामारी एक्ट में एफआईआर लिखवाई गई है।
दरअसल, प्रियंका गांधी ने कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर गांधी प्रतिमा पर मौन धरना दिया था। प्रियंका दो घंटे तक धरने पर बैठी थीं। वहीं मीडिया रिपोर्स्ट की माने तो, इस कार्यक्रम को करने की इजाजत सिर्फ 10 मिनट के लिए ली गई थी। वहीं शुक्रवार को प्रियंका गांधीलखनऊ एयरपोर्ट से सीधे हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पहुंचीं। जहां उन्होंने राष्ट्रपिता की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और उन्होंने यूपी में फैले कथित जंगलराज, पंचायत चुनाव में हुई हिंसा, महिला उत्पीड़न, ध्वस्त कानून व्यवस्था के खिलाफ धरना भी दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम के चलते एयरपोर्ट से हजरतगंज तक कई घंटे भीषण जाम की स्थिति बनी रही। दरअसल यूपी में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए प्रियंका का यूपी दौरा काफी महत्वपूर्ण माना गया हैं। कांग्रेस जिला स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने की कोशिशों में जुटी हुई हैं साथ ही सभी सीटों पर उम्मीदवार चुनने की भी प्रक्रिया शुरू हो गई है। बता दें आज प्रियंका लखीमपुर दौरे पर हैं, वहां वह ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान बदसलूकी की शिकार हुई महिला से मिलेगी।