बॉलीवुड से हॉलीवुड में रुख करने वाली एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा आए दिन अपनी तस्वीरों के चलते और निक जोनस के कारण सुर्ख़ियों में छाई रहती है। वह अक्सर ही अपनी पर्सनल लाइफ पर खुलकर बात करती नजर आ जाती हैं। आज एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा ही किया है। जी हां प्रियंका ने हाल ही में एक मुद्दे पर खुलकर बात की है। दरअसल, इसे लेकर उन्हें भारत में एक समय पर काफी विरोध का सामना करना पड़ा था और यह मुद्दा था फेयरनेस क्रीम का ऐड।
इसको लेकर हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में जताया है कि उन्हें फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करने का काफी दुख है। उन्हें एक समय पर फेयरनेस क्रीम का ऐड करने को लेकर भारत में काफी विरोध का सामना करना पड़ा था। उन्होंने बताया कि हॉलीवुड में कदम रखने के बाद उन्होंने फेयरनेस क्रीम के विज्ञापन नहीं करने का फैसला लिया। उनका मानना है कि एक भारतीय एक्टर के तौर पर फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करना काफी आम बात है।
क्योंकि, इंडस्ट्री में कई ऐसे एक्टर हैं, जो इसका विज्ञापन करते हैं। अनफिनिश्ड’ में भी इस मुद्दे पर खुलकर बात की है। वहीं उन्होंने इस बुक में लिखा है- साउथ एशिया में स्किन लाइटिनिंग क्रीम का विज्ञापन करना आम बात है। क्योंकि, इंडस्ट्री काफी बड़ी है और हर कोई ऐसे विज्ञापन करता है। कुछ लोग इसे ठीक मानते हैं, लेकिन अब इसे लेकर लोगों मे जागरूकता देखने को मिल रही है। एक महिला एक्टर जब ऐसे विज्ञापन करती है तो इसे बुरा माना जाने लगता है।
मेरे लिए भी यह करना गलत था। मैं जब बच्ची थी तो खुद को गोरा दिखाने के लिए टेल्कम पाउडर लगाती थी, क्योंकि मुझे लगता था कि डार्क स्किन होना अच्छी बात नहीं है। जानकारी के मुताबिक, प्रियंका ने 2015 इस तरह के विज्ञापनों से खुद को दूर रखने का फैसला लिया था। इसको लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें इसे लेकर काफी बुरा महसूस होता था, जिसके चलते उन्होंने फेयरनेस क्रीम का ऐड करना बंद कर दिया। बता दे, प्रियंका के अनुसार, उनके सभी भाई-बहन काफी गोरे थे, उनके परिवार में केवल वही थीं, जिनकी स्किन डार्क थी। मजे लेने के लिए उनके परिवार में लोग उन्हें काली, काली कहकर बुलाते थे।