प्रज्वल रेवन्ना को 6 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया, जर्मनी से लौटने पर किया गया था गिरफ्तार

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कर्नाटक सेक्स स्कैंडल मामले में बड़ी खबर सामने आई है। सांसद प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उतरे समय मौजुद पुलिसकर्मीयों ने आधी रात लगभग 1 बजकर 15 मिनट पर गिरफ्तार कर लिया। हासन लोकसभा सीट के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार रेवन्ना मतदान के एक दिन बाद 27 अप्रैल को जर्मनी के लिए रवाना हुए थे, और उसके कुछ ही देर बाद उनके हजारों वीडियो सामने आए थे। पुलिस द्वारा रेवन्ना को जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। वीडियो में दिख रही कुछ महिलाओं ने प्रज्वल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

आरोपों की जांच के लिए गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पूछताछ से पहले उन्हें हिरासत में ले लिया। एसआईटी के एक अधिकारी ने कहा कि हासन से सांसद रेवन्ना को पहले बेंगलुरु के बॉरिंग अस्पताल में मेडिकल जांच से गुजरना होगा। उन्होंने कहा कि बाद में रेवन्ना को हिरासत में लेने के लिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। एसआईटी ने रेवन्ना का मोबाइल फोन और दो सूटकेस जब्त कर लिए।

रेवन्ना की अग्रिम जमानत याचिका पर शुक्रवार को बेंगलुरु सत्र न्यायालय में अलग से सुनवाई होनी थी। याचिका में उन्होंने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि ये आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। याचिका में कहा गया है, ‘प्रस्तुत किए गए इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य झूठे मामले को समर्थन देने के लिए गढ़े गए हैं।‘ उन्होंने आरोपों के लिए राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और ईर्ष्या को जिम्मेदार ठहराया।

रेवन्ना ने कहा कि उनकी विदेश यात्रा पहले से ही योजनाबद्ध थी और आरोपों से संबंधित नहीं थी। याचिका में कहा गया है, 26 अप्रैल, 2024 को चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने के बाद, प्रज्वल तय समय पर देश छोड़कर चले गए। हालांकि, प्रज्वल और उनके पिता के खिलाफ एक बदनामी अभियान चलाया गया, जिसके कारण झूठे आरोप लगाए गए। जेडीएस ने रेवन्ना को निलंबित कर दिया है, जिन्होंने इस सप्ताह एक वीडियो बयान जारी कर कहा था कि वह 31 मई को सुबह 10 बजे एसआईटी के समक्ष पेश होंगे, क्योंकि उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने गुरुवार को कहा कि रेवन्ना को भारत में उतरते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा, क्योंकि रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि निलंबित जेडीएस नेता शुक्रवार को सुबह जर्मनी से आने वाले थे। उन्होंने कहा कि सरकार को म्यूनिख-बेंगलुरु लुफ्थांसा फ्लाइट में रेवन्ना की बुकिंग के बारे में पता था।