दिल्ली में इस साल प्रदुषण बढ़ने की मुख्य वजह माने जाने वाली पराली के बारे में कुछ नई जानकारी सामने आई है। बतया जा रहा है कि पिछले साल से अगर तुलना करे तो इस साल पंजाब में दोगुनी पाराली जलाई गई है। और अगर हरियाणा की बात करे तो बीते 5 सालो में यहाँ पाराली जलने पर 18 फीसदी की कमी आई है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के आईआईटी सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर रिसर्च ऑन क्लीन एयर ने शोध करके बतया कि इस साल पंजाब से ज्यादातर जिलो में दोगुनी पराली जलाई गई है। जिसकी वजह से दिल्ली की हवा में पीएम का स्तर बढ़ 2.5 गया। इसी वजह से दिल्ली में अक्टूबर-नवंबर में ज्यादा प्रदूषित हवा रही।
पंजाब की पराली से खतरनाक हुई दिल्ली की हवा
जानकारी के अनुसार, इस साल पंजाब में पराली जलाने के मामले में खतरनाक बढ़ोतरी देखी गई जिस के कारण दिल्ली का प्रदूषण बहुत ही ज्यादा गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। वहीं अगर बीते 5 वर्ष की तुलना करे तो रोजाना पराली जलने के मामलों में पंजाब में 89.7 फीसदी की बढ़त हुई है। इसको ऐसे समझा जा सकता है की इस साल पंजाब में 5 नवंबर को पंजाब में पराली जलने के 5,107 मामले सामने आए। वहीँ पिछले साल पराली जलने के औसत मामले 3,191 सामने आये थे जो इस साल से बहुत कम थे।
ऐसा कहा जा है कि अब पराली जलाने का वक़्त पूरा हो गया है और अब किसान पराली नहीं जला रहे। इस वजह से दिल्ली की हवा में धीरे धीरे सुधार हो सकता है। फिलहाल बदलते मौसम ने और तेज हवा ने दिल्ली वासियो को थोड़ी राहत दी है प्रदूषण के मामले में, वरना दिवाली के अगले दिन स्थिति काफी बिगड़ सकती थी।