पिछले वर्ष नाइजीरिया देश ने भी पोलियो को हराकर पोलियो मुक्त हो गया है. जिसके बाद केवल अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान दो ही ऐसे देश है जहां आज भी पोलियो से जंग जारी है.जिसके चलते वर्ष 2018 में पाकिस्तान में पोलियो के अंत की उम्मीद थी उस वर्ष देश में केवल 12 मामले थे लेकिन उसके बाद से अब तक पाकिस्तान में पोलियो के नये मामले लगातार सामने आने लगे है। जिसके लिए पाकिस्तान ने इस कोरोना काल के बीच पोलियो के खिलाफ पांच दिवसीय टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है।
पाकिस्तान ने पोलियो के खिलाफ इस लड़ाई में पांच दिवसीय टीकाकरण अभियान की पहल शुरू की है, इस अभियान के तहत पांच साल से कम उम्र के चार करोड़ बच्चों को पोलियो का टीका लगाया जाना है। साथ ही अभियान के चलते छह से 59 महीने के बच्चों को विटामिन ए की बूंद भी पिलाई जाएगी जो की देश और पोलियो के बीच इस जंग को आसानी से जीत दिला सकती है।
पाकिस्तान में पोलियो पांच दिवसीय अभियान के चलते तालिबानी संगठन दवारा पोलियो अभियान में लगे स्वास्थ्यकर्मियों के समूह पर लगातार हमला किया जा रहा है और लोगो के बीच यह अफवाह भी उड़ायी जा रहीं है कि इस अभियान से लोगों को बांझ बनाने या नसबंदी करने के लिए यह सब किया जा रहा है। वही दूसरी ओर अफ़ग़ानिस्तान जो कि तालिबानियों का गढ़ कहा जाता था जहा इस अभियान को सभी दिक्क्तों के बीच चलाया जा रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुरू में 2000 तक पूरी दुनिया से पोलियो को साफ़ करने का लक्ष्य था लेकिन यह निरंतर आगे बढ़ता रहा और पाकिस्तान के स्वास्थ्य के मुद्दे पर वह की प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रमुख सहायक फैसल सुल्तान देश की जनता से कहां कि पाकिस्तान देश की सरकार हमरे देश को पूरीतरह से पोलियो मुक्त बनाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। यह अभियान 2021 में पहला पोलियो-रोधी अभियान है. इससे पहले पोलियो का अभियान पिछली अगस्त में एक तरफ कोरोनोवायरस से होने वाले घातक संक्रमणों के कारण हो रही मौतों की संख्या में आयी गिरावट के दौरान चलाया गया था।