मॉस्को की अपनी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह अपने ‘मित्र’ व्लादिमीर पुतिन के साथ भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त’ रणनीतिक साझेदारी की भी सराहना की और बताया कि पिछले 10 वर्षों में यह साझेदारी किस तरह आगे बढ़ी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बयान में कहा, मैं अपने मित्र राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करने के लिए उत्सुक हूं। प्रधानमंत्री मोदी पांच साल बाद रूस की अपनी यात्रा पर मंगलवार को पुतिन से मिलने वाले हैं।
मॉस्को की अपनी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री ने कहा, भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी पिछले 10 वर्षों में आगे बढ़ी है, जिसमें ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच आदान-प्रदान के क्षेत्र शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने प्रस्थान बयान में कहा, हम एक शांतिपूर्ण और स्थिर क्षेत्र के लिए एक सहायक भूमिका निभाना चाहते हैं। यह यात्रा मुझे रूस में जीवंत भारतीय समुदाय से मिलने का अवसर भी प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी की रूस यात्रा यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच हो रही है, जिसने लंबे समय से सहयोगी रहे दोनों देशों के बीच संबंधों को जटिल बना दिया है और रूस को भारत के प्रतिद्वंद्वी चीन के करीब ला दिया है। भारत ने अब तक चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध की निंदा नहीं की है, लेकिन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपना रुख बनाए रखा है।