वनवासी अंचल में सामाजिक सशक्तिकरण का माध्यम है पेसा एक्ट

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इंदौर : संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आज इंदौर संभाग में पेसा एक्ट के संबंध में व्यापक जागरूकता के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। पुलिस महानिरीक्षक  राकेश कुमार गुप्ता और डॉ. निशांत खरे ने इस एक्ट की बारीकियों से संभाग के विभिन्न ज़िलों और विकासखंड से आए समन्वयकों को अवगत कराया।

संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि यह एक्ट वनवासी अंचल में सामाजिक सशक्तिकरण का बड़ा माध्यम है। इस एक्ट को सभी जिला और ब्लॉक समन्वयक अच्छी तरह से समझें और गाँव-गाँव में ग्राम सभाओं का आयोजन कर स्थानीय बोलियों में ग्रामीणों को इसकी जानकारी दें।संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने इन सभी समन्वयकों से कहा कि जब भी मैं आपके ज़िले के दौरे पर पहुंचू तो मुझसे आकर ज़रूर मिलें और बेझिझक चर्चा भी करें।

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कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. निशांत खरे ने कहा कि पेसा एक्ट के संबंध में नियुक्त सभी ब्लॉक समन्वयक का प्राथमिक दायित्व इस एक्ट के संबंध में जागरूकता का निर्माण करना है। पूर्व में नियुक्त पंचायत मोबिलाइजर को भी सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि यह एक्ट सामाजिक समरसता का माध्यम है।

पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार गुप्ता ने कार्यशाला में पेसा एक्ट और पुलिस के कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस एक्ट के तहत शांति एवं विवाद निवारण समितियों का गठन किया गया है। समितियों के माध्यम से गाँव में होने वाले छोटे-छोटे झगड़ों और परस्पर विवादों का निराकरण किए जाने की वही भावना है जो कभी हमारे गांवों में पंच परमेश्वर की भावना के तहत हुआ करती थी। उन्होंने कहा कि थाने में दर्ज एफ़आइआर की सूचना भी इस एक्ट के तहत गाँव में दी जा रही है।

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डॉ. निशांत खरे ने कार्यशाला में कहा कि शांति एवं विवाद निवारण समितियों में वनवासी अंचल के तड़वी और पटेलों को भी सदस्य बनाया जाना उचित होगा। कार्यशाला में यह भी सुझाव दिया गया कि इन समितियों में गाँव कोटवारों को भी विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया जाए। कार्यशाला में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक पंचायत में पलायन के संबंध में एक रजिस्टर रखा जाए। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने इस संबंध में कार्यशाला में उपस्थित श्रम पदाधिकारी मेघना भट्ट को इस संबंध में योजना बनाकर कार्य करने के लिए कहा।

कार्यशाला में तय किया गया कि संभाग के जिन क्षेत्रों में पेसा एक्ट लागू है वहाँ ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाए ताकि ग्रामीणों को पेसा एक्ट की जानकारी विस्तार से दी जा सके। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने सभी ब्लॉक समन्वयकों से कहा कि वे ग्राम सभाओं का रोस्टर बनाकर आयोजन में पहुँचे। ग्राम सभा में सभी संबंधित विभागों के प्रतिनिधि शासकीय सेवक की भी अनिवार्यत: उपस्थित रहे।

समन्वयकों से यह अपेक्षा जतायी गई कि वे सभी जन प्रतिनिधियों औरशासकीय तंत्र के बीच बेहतर समन्वय करें और समुदाय को इस एक्ट से जोड़ने की मुहिम चलाये संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि यदि वे स्वयं इस अभियान से दिल से जुड़ेंगे तो निश्चित ही जनता से जुड़ाव बढ़ेगा और एक्ट की अभीष्ट मंशा के अनुरूप परिणाम सामने आएंगे। कार्यशाला में संयुक्त आयुक्त विकास  संजय सराफ,उप आयुक्त आदिवासी विकास ब्रजेश पांडे सहित विभिन्न ज़िलों के सीएम फैलो और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।