शायद मंत्री सारंग को अटल जी से बड़े नेता होने का भ्रम है : के.के.मिश्रा

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भोपाल : प्रदेश कांग्रेस महामंत्री व मीडिया प्रभारी के.के.मिश्रा ने देश की मौजूदा अर्थ व्यवस्था व अनियंत्रित मंहगाई को लेकर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू के 1947 में लालकिले की प्राचीर से दिए गए भाषण को जिम्मेदार बताने वाले बयान को उनके मानसिक दिवालियेपन का द्योतक बताया है।

मिश्रा ने कहा कि देश के ही एक अन्य प्रधानमंत्री स्व.अटलबिहारी बाजपेयी जी ने जिस नेहरू जी द्वारा देश को दिये गए योगदान की तारीफ करते हुए कहा था कि जो लोग नेहरू जी सहित विगत 60 सालों में हुए विकास की आलोचना करते हैं,वे देश के पौरुष,वैज्ञानिकों,इंजीनियरों और मजदूरों का अपमान करते हैं, लगता है श्री सारंग अटल जी से भी वरिष्ठ नेता होने का भ्रम पाल चुके हैं!

मिश्रा ने श्री सारंग से कहा कि आपका इतिहास ज्ञान, भारतीय अर्थशास्त्र की समझ,राजनैतिक कद व उपलब्धियां अभी उतनी बड़ी और ख्यात नहीं हैं कि आप नेहरू जी पर टिप्पणी करें। देश के मौजूदा आर्थिक पतन व अनियंत्रित मंहगाई का संबंध 70 साल पहले वाले प्रधानमंत्री से है या 7 सालों वाले मौजूदा प्रधानमंत्री से, यह देश ही नहीं पूरा विश्व जान चुका है। हमारी आज़ादी के पूर्व देश में जहां उद्योग-आर्थिक विकास नहीं था तब आर्थिक विकास की नींव रखने वाले नेहरू जी ही थे। भाखरा नंगल बांध,स्टील प्लांट,आयुध स्कूल,इसरो,राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल व आधुनिक भारत के निर्माण नेहरू जी की ही उपज थी,जिसे बाद में अन्य प्रधानमंत्रियों ने आगे बढ़ाया।

मिश्रा ने मंत्री जी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि आप अभी-अभी मंत्री बने हैं,अपने चिकित्सा शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय को ही नहीं संभाल पा रहे हैं,इसकी क्या दुर्दशा है किसी से छुपा हुआ नहीं हैं। लिहाज़ा, आपसे मेरी गुजारिश है कि आप अपना राजनैतिक कद गंभीर और सकारात्मक सोच से आगे बढ़ाएं,वर्ना आपको यह प्रदेश कभी भी गंभीरता से नहीं लेगा। पं. नेहरू तो अनंतकाल तक इतिहास में दर्ज रहेंगे,आप 5 सालों बाद हीं स्मरण के लायक भी नहीं रहेंगे।