बीते माह नज़रबंदी से रिहा हुई जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती इन दिनों घाटी में काफी सक्रिय नज़र आ रही है. प्रदेश में उनके आने के साथ ही राजनीतिक गतिविधियों को भी काफी बल मिलने लगा है. इसी सिलसिले में महबूबा शुक्रवार को जम्मू दौरे पर अनुच्छेद 370 की एक बार फिर से बहाली की मांग करती हुई नज़र आई.
जम्मू में शुक्रवार को पीडीपी चीफ़ महबूबा ने अपनी पार्टी के कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने कहा कि, हम अपना अधिकार वापस लेकर रहेंगे. इस दौरान महबूबा ने केंद्र पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, ”भारत के संविधान ने हमें अलग झंडा दिया है और हम उसे वापस हासिल करना चाहते हैं. ”वहीं इस डकैतों ने रात को हमारे विशेष राज्य का दर्जा हमसे छीन लिया. उन्हें सूद समेत 370 और 35A को वापस लौटाना होगा.” अपने सम्बोधन को जारी रखते हुए पीढ़ी चीफ़ ने कहा कि, ‘मैं आपको भरोसा दिलाती हूं, एक दिन आएगा जब वे न केवल 370 और 35A का वापस देंगे, बल्कि हाथ जोड़कर कहेंगे कि आप और क्या चाहते हैं, उनको तब हमें इससे भी ज्यादा देना होगा.’
तिरंगे पर दिया था विवादित बयान…
बता दें कि महबूबा मुफ्ती अक्टूबर माह में ही नज़रबंदी से रिहा की गई है. अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 की बहाली के बाद से ही वे नज़रबंदी चल रही थी. उनकी रिहाई के बाद से ही अन्य दलों के नेता भी अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए एकजुट हो गए हैं. इस संबंध में अक्टूबर में कई राजनीतिक दलों के बीच गुपकार समझौते को लेकर बैठक हुई थी. जहां फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी शामिल हुए थे. इसी बीच बीते दिनों महबूबा ने तिरंगे को लेकर विवादित बयान दिया था. उनका कहना था कि वे कश्मीरी झंडे के अलावा किसी दूसरे झंडे को नहीं छूएगी. जवाब में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का जमकर विरोध झेलना पड़ा था. भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पीडीपी कार्यालय पर तिरंगा फहराकर महबूबा की बोलती बंद कर दी थी.